निमोनिया में एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसमें फेफड़ों के वायु वाले थैले में मवाद, पानी, तरल पदार्थ भर जाते हैं. ऐसा होने से बलगम वाली खांसी, सर्दी जैसे लक्षण आम हो जाते है. ऐसा माना जाता है कि यह रोग पूरी दुनिया में बच्चों की मौत का सबसे प्रमुख कारण है. लगातार जुकाम, खांसी, कंपकंपी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत अगर समय रहते दूर न हो, तो इसे केवल ठंड की बीमारी नहीं समझना चाहिए क्योंकि यह न्यूमोनिया की शुरुआत भी हो सकती है. Read More
निमोनिया से 2018 में पांच साल से कम आयु के 1,27,000 बच्चों की मौत हुई। इसका मतलब है कि देश में 2018 में हर घंटे पांच साल से कम उम्र के 14 से अधिक बच्चों की मौत निमोनिया से हुई। ...
coronavirus news update: मलेशिया से लौटने पर यहां अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कोरोना वायरस की थर्मल जांच के दौरान उसका स्वास्थ्य बहुत खराब था। चिकित्सकों ने कहा था कि मरीज की स्वास्थ्य स्थिति संतोषजनक नहीं थी। अधिकारियों ने बताया कि एर्णाकुलम जिला कलक ...
चिकित्सकों ने बताया कि कलामस्सेरी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कोरोना वायरस मरीजों के पृथक वार्ड में भर्ती व्यक्ति के खून के नमूनों की जांच में कोरोना वायरस नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया कि वह पिछले पांच दिनों से निमोनिया से ग्रस्त था। ...