कोरोना वायरस के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी बहुत उपयोगी साबित हो रही है. इस थेरेपी में कोरोना के सही हुए मरीजों के रक्त से प्लाज्मा निकालकर बीमार रोगियों को ठीक करने के लिए दिया जाता है। उन लोगों में पहले से ही एंटीबॉडी मौजूद हैं जो वायरस को दूर भगाते हैं। उनका उपयोग दूसरे रोगी के लिए भी किया जा सकता है। शोधों से पता चलता है कि यह संक्रमित की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। Read More
एम्स और आईसीएमआर की नेशनल टास्क फोर्स ने कोरोना के इलाज से प्लाज्मा थरेपी को हटा दिया है। दोनों संस्थाओं की ज्वाइंट मीटिंग में सभी सदस्यों ने माना कि प्लाज्मा थरेपी कोरोना के इलाज में ज्यादा प्रभावी नहीं है। ...
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि पिछली सदी में विभिन्न संक्रामक बीमारियों के इलाज के लिये बीमारी से उबरे लोगों के प्लाज्मा का इस्तेमाल किया गया था और इसका परिणाम मिला जुला रहा था। ...
किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में देश का पहला 'प्लाज्मा बैंक' खुल गया है जहां दावा किया जा रहा है कि देश का पहला सबसे बड़ा प्लाज्मा बैंक है जहां 830 यूनिट प्लाज्मा संग्रह किया जा सकता है। ...