नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
आज शारदीय नवरात्रि की महानवमी तिथि है। देशभर में मां के मंदिरों में भक्तों की भीड़ है। मां के पांडालों में मां के रूप की छटा बिखरी हुई है। नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना होती है। इस दिन हवन, कन्या पूजन सहित मां दुर्गा की पूजा करने स ...
आज सप्तमी तिथि है और इस दिन मां दुर्गा के सातवें रूप मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि पूजा करने से भय से मुक्ति मिलती है। इनकी आराधना से शनिदेव भी शांत होते हैं। ...
मां कात्यायनी की चार भुजाएं हैं। मां के दाहिने ओर के एक हाथ अभयमुद्रा में और नीचे वाला वरमुद्रा में है। वहीं बाएं के ओर के हाथों में तलवार और पुष्प सुशोभित है। वे सिंह पर सवार हैं। ...
शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व 7 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ था और यह पर्व महानवमी के दिन 14 अक्टूबर को समाप्त होगा। 10 अक्टूबर को नवरात्रि का चौथा दिन है, लेकिन पंचमी तिथि होने के कारण इस दिन मां दुर्गा के पांचवें रूप मां स्कंदमाता की पूजा की जाएगी। मां स् ...