Maha Navami 2021 Puja Muhurat: महानवमी आज, जानें हवन-पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

By रुस्तम राणा | Published: October 14, 2021 07:52 AM2021-10-14T07:52:04+5:302021-10-14T07:55:36+5:30

आज शारदीय नवरात्रि की महानवमी तिथि है। देशभर में मां के मंदिरों में भक्तों की भीड़ है। मां के पांडालों में मां के रूप की छटा बिखरी हुई है। नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना होती है। इस दिन हवन, कन्या पूजन सहित मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

Maha navami 2021 Puja Muhurat Vidhi mantra and aarti | Maha Navami 2021 Puja Muhurat: महानवमी आज, जानें हवन-पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

महानवमी आज, मां सिद्धिदात्रि का दिन

Highlightsमहानवमी आज, नवरात्रि का अंतिम दिनहवन, कन्या पूजन के साथ होगा नवरात्रि व्रत का पारण

महानवमी नवरात्रि का अंतिम दिन होता है। इस दिन नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि पर्व समाप्त हो जाता है। महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्रि की पूजा की जाती है। मां सिद्धि के स्वरूप की बात करें तो उनकी चार भुजाएं हैं। वे लाल रंग के वस्त्र पहने हुए कमल के आसन पर विराजमान हैं। उनके एक हाथ में चक्र, दूसरे में गदा, तीसरे हाथ में शंख और चौथे हाथ में कमल पुष्प है।  नवमी के दिन कन्या पूजन कर व्रत का पारण किया जाता है। 

महानवमी हवन का शुभ मुहूर्त 

अभिजित मुहूर्त सुबह - 11:44 AM से 12:30 PM तक
रवि योग - सुबह 9:36 बजे से पूरे दिन तक

महानवमी की पूजा विधि

सुबह जल्‍दी उठकर स्नान ध्यान करें। मां सिद्धिदात्री के लिए प्रसाद तैयार करें। मां को भोग में नौ रस से युक्त भोजन और 9 प्रकार के फूल-फल चढ़ाएं। इसके बाद धूप-दीप जलाएं। नवमी के दिन मां के बीज मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इससे भक्‍त की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके साथ ही पूरे विधि-विधान से हवन करना चाहिए। पूजा के समापन में आरती गान करें। 2 से 10 साल की कन्‍याओं का पूजन करें। उन्‍हें हलवा-पूरी का भोजन कराना चाहिए और भेंट देकर विदा करना चाहिए। कन्या के साथ एक भैरव देव की पूजा करें।

मां सिद्धिदात्री का मंत्र

या देवी सर्वभू‍तेषु सिद्धिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नम:.

मां सिद्धिदात्री की आरती

जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता
तू भक्तों की रक्षक
तू दासों की माता,
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि
कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम
हाथ, सेवक, केसर, धरती हो तुम,
तेरी पूजा में न कोई विधि है
तू जगदंबे दाती, तू सर्वसिद्धि है
रविवार को तेरा सुमरिन करे जो
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो,
तू सब काज उसके कराती हो पूरे
कभी काम उस के रहे न अधूरे
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया
रखे जिसके सर पैर मैया अपनी छाया,
सर्व सिद्धि दाती वो है भाग्यशाली जो है तेरे
दर का ही अम्बे सवाली, हिमाचल है पर्वत
जहां वास तेरा, महानंदा मंदिर में है वास तेरा,
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता
वंदना है सवाली तू जिसकी दाता
 

Web Title: Maha navami 2021 Puja Muhurat Vidhi mantra and aarti

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