महाकुंभ या कुंभ मेला हर 12 वर्षों में चार स्थानों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन, नासिक पर आयोजित किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार देवताओं और राक्षसों का युद्ध 12 दिनों तक चला था। स्वर्ग का एक दिन पृथ्वी के एक वर्ष के समान होता है। इसलिए महाकुंभ 12 वर्षों में चार बार किया जाता है।आदि शंकराचार्य द्वारा पहली इस महा उत्सव की शुरुआत की गई थी। उन्होंने ही चार मुख्य तीर्थों को कुंभ मेले के चार पीठ के रूप में स्थापित कराया था। कुंभ मेले के दौरान देश दुनिया से दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं। सभी का एक ही मकसद होता है पवित्र स्नान में डुबकी लगाना। मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान पवित्र स्नान करने से पिछले और इस जन्म के सभी पाप धुल जाते हैं। Read More
ब्रिटिशकाल में सन 1865 के आसपास संगम नगरी में बने सबसे पुराने 'ग्रेट नॉर्दर्न' होटल और बाद में नगर निगम कार्यालय में तब्दील इस 150 वर्ष से अधिक पुराने भवन का 27 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। ...
सरकार से यह मांग करते हुए अखाड़ा परिषद ने तय किया है कि प्रयागराज में अगले साल होने वाले कुंभ में फर्जी बाबाओं की एंट्री को बैन करने के लिए वह फर्जी बाबाओं की लिस्ट तैयार कर मेला प्राधिकरण को देगा। ...
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य पुलिस विभाग को इस मेगा इवेंट के लिए तकनीक को अपनाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन का पैमाना अभूतपूर्व होने की उम्मीद है और इसलिए सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधा के मामले मे ...
पश्चिम बंगाल के सागरद्वीप में आयोजित होने वाले सबसे लोकप्रिय मेलों में से एक गंगासागर मेला 8 जनवरी से 16 जनवरी 2022 तक आयोजित किया जाएगा। सर्दियों के दौरान आयोजित होने वाला गंगासागर मेला हजारों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है जहां वे गंगा नदी में प ...
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कावड़ यात्रा श्रद्धा और आस्था का विषय है लेकिन श्रद्धा और आस्था का विषय भगवान से जुड़ा हुआ होता है और भगवान भी नहीं चाहेंगे कि किसी की जान जाए। ...
कुंभ मेले से दिल्ली लौट रहे लोगों के लिए नए गाइडलाइन जारी किए गए हैं। इसके तहत ऐसे लोगों को अपनी यात्रा की पूरी जानकारी दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर देनी होगी। ...