हरित उर्जा ऐसी उर्जा है जिसका इस्तेमाल पर्यावरण को प्रभावित किए बिना किया जा सकता है। हाल के वर्षों मं पूरी दुनिया में उर्जा की मांग जिस तरह बढ़ी है, साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं बढ़ी हैं, वैसे में हरित उर्जा एक बेहतर विकल्प के तौर पर उभरा है। लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और कार्बन उत्सर्जन को कम करके पर्यावरण की रक्षा में भी इसकी भूमिका अहम हो जाती है। सौर उर्जा, पवन उर्जा, जल उर्जा, भू-तापीय उर्जा, जैव ईंधन आदि हरित उर्जा के उदाहरण हैं। Read More
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी सोमवार को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भारत की पहली हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल बस लॉन्च करने के लिए तैयार हैं। ...
जी-20 देशों की एक रिपोर्ट के अनुसार फॉसिल फ्यूल सब्सिडी को रिन्यूएबल एनर्जी स्रोतों में निवेश की ओर पुनर्निर्देशित करने से न केवल जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में मदद मिल सकती है। ...
अब इंदौर शहर के मध्य एवं सीमावर्ती क्षेत्र में करीब 5500 एवं मालवा-निमाड़ क्षेत्र में कुल 8900 स्थानों पर पैनल्स लगाई गई है। कुल पैनल्स की संख्या करीब दो लाख हैं। ...
Green Credit Program: पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, ‘हरित क्रेडिट कार्यक्रम’ निजी क्षेत्र के उद्योगों और कंपनियों के साथ-साथ अन्य संस्थानों को अन्य कानूनी ढांचे से उत्पन्न अपने मौजूदा दायित्वों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित क ...
पवन ऊर्जा की सप्लाई चेन में रुकावट की वजह से 2030 के जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने में बाधा आ सकती है और इसके चलते-2050 तक नेट-जीरो तक पहुंचने की दुनिया की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। ...
हमारा जीवन आज के दौर में पूरी तरह से उर्जा पर निर्भर हो गया है। एक शोध के अनुसार दुनियाभर में पारंपरिक तेल भंडार 50 और प्राकृतिक गैस भंडार 70 वर्षों के आसपास ही बचे हैं। ऐसे में सवाल है कि हम भविष्य के लिए कितने तैयार है और क्या आने वाली चुनौतियों के ...