हिन्दू धर्म में गणेश चतुर्थी एक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। हमारे शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय कहा गया है। कोई भी शुभ काम हो या किसी तरह की विपत्ति आन पड़ी हो तो सबसे पहले विघ्न हर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। पुराणों की मानें तो गणेश चतुर्थी के दिन ही गणेश जी का जन्म हुआ था। 10 दिनों तक चलने वाले इस गणेश चतुर्थी के पर्व की धूम पूरे देश में रहती है मगर इसका असली रंग आपको महाराष्ट्र में देखने को मिलेगा। शिवपुराण में भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को मंगलमूर्ति गणेश की अवतरण-तिथि बताया गया है जबकि गणेशपुराण के मत से यह गणेशावतार भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को हुआ था। Read More
Ganesh Chaturthi 2025: एमएमआरडीए ने कहा कि 10 दिवसीय उत्सव के दौरान दोनों टर्मिनल स्टेशन, अंधेरी पश्चिम (लाइन 2ए) और गुंडावली (लाइन 7) से अंतिम ट्रेन रात 12 बजे रवाना होगी, जबकि सामान्य समय में अंतिम सेवा रात 11 बजे रवाना होती है। ...
Ganesh Chaturthi 2025: 27 अगस्त से शुरू हो रहे 10 दिवसीय उत्सव के दौरान छह फुट तक ऊंची गणेश मूर्तियों को कृत्रिम तालाबों में विसर्जित किया जाएगा जबकि छह फुट से ऊंची मूर्तियों को प्राकृतिक जलाशयों में विसर्जित किया जा सकता है। ...
Ganesh Chaturthi 2025: अपने घर में भगवान गणेश का स्वागत करना एक आनंदमय और पवित्र अनुभव होता है। घर की तैयारी से लेकर पूजा-अर्चना तक, हर कदम का एक अर्थ होता है। गणेश चतुर्थी को भक्ति और सकारात्मकता के साथ मनाने में आपकी मदद करने के लिए यहाँ एक सरल ...
गणेश चतुर्थी के दिन भक्तजन गणपति महाराज को अपने घर पर विराजते हैं और दस दिनों के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन इस प्रतिमा को विसर्जित करते हैं। इस प्रकार यह पर्व दस दिनों तक मनाया जाता है। ...
Ganesh Chaturthi 2025: दस दिनों तक चलने वाला यह उत्सव विघ्नहर्ता और हाथी के सिर वाले भगवान गणेश के जन्मोत्सव का प्रतीक है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी 26 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगी। ...
Ganesh Chaturthi 2025: मंत्री ने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र में सार्वजनिक गणेशोत्सव 1893 में लोकमान्य (बाल गंगाधर) तिलक द्वारा शुरू किया गया था। ...