हिन्दू पंचांग के अनुसार एक साल में कुल 24 एकादशियां पड़ती हैं। सभी एकादशियों में भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण निर्जला एकादशी का व्रत है। इसके करने से सभी एकादशियों का फल साधक को मिलता है। ऐसी भी मान्यता है कि निर्जला एकादशी को महाभारत काल में पांडु पुत्र भीम ने किया था। इसलिए इसे भीम एकादशी भी कहते हैं। Read More
मान्यता है कि इंदिरा एकादशी व्रत करने वाले जातकों को भगवान विष्णु जी की कृपा के साथ-साथ पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए यह व्रत महत्वपूर्ण माना जाता है। ...
फरवरी के महीने के समापन के साथ ही अगले कुछ दिनों में माघ मास भी खत्म हो रहा है। इसके बाद फाल्गुन की शुरुआत होगी। देखें मार्च-2021 में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की लिस्ट ...
फरवरी-2021 में कई बड़े व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। हिंदी कैलेंडर के अनुसार ये माघ मास भी है। हिंदू धर्म में इस माह का बहुत महत्व है। बसंत पंचमी इस बार 16 फरवरी को है तो वहीं मौनी अमावस्या 11 फरवरी को है। ...
कामिका एकादशी व्रत। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है। इस एकादशी में भगवान विष्णु की आराधना की जाती है। इस एकादशी का व्रत रखने वालों को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। ...
मान्यता है कि भगवान विष्णु इस दिन से पाताल में राजा बलि के द्वार पर निवास करके कार्तिक शुक्ल एकादशी को लौटते हैं। इन चार माह में मांगालिक कार्य नहीं किए जाते हैं। ...
भगवान विष्णु की साधना-आराधना के लिए एकादशी को सबसे शुभ तिथि माना गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह तक शयन के लिए क्षीर सागर चले जाते हैं। ...
योगिनी एकादशी करने से 88 हजार ब्राह्मणों के दान के बराबर फल मिलता है। इस व्रत के बाद आती है देवशयनी एकादशी। जिसमें भगवान विष्णु चार महीने के लिए शयन में चले जाते हैं। ...