हिन्दू पंचांग के अनुसार एक साल में कुल 24 एकादशियां पड़ती हैं। सभी एकादशियों में भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण निर्जला एकादशी का व्रत है। इसके करने से सभी एकादशियों का फल साधक को मिलता है। ऐसी भी मान्यता है कि निर्जला एकादशी को महाभारत काल में पांडु पुत्र भीम ने किया था। इसलिए इसे भीम एकादशी भी कहते हैं। Read More
निर्जला एकादशी का व्रत सभी एकादशियों के व्रत में विशेष और सबसे कठिन भी है. हिंदी पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस वर्ष ये तिथि 21 जून को पड़ रही है. मान्यता है कि निर्जला एकादशी का ...
एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है. पंचांग के मुताबिक़, साल 2021 में अपरा एकादशी का व्रत 6 जून को रखा जाएगा. हिंदी कैलेंडर के अनुसार, अपरा एकादशी का व्रत हर साल ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एका ...
हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष में 24 एकादशी तिथि आती हैं और इन एकादशी तिथियों में भगवान श्रीहरि विष्णु का पूजन किया जाता है। वहीं जिस वर्ष में अधिकमास लगता है उस वर्ष में दो एकादशी तिथि और बढ़ जाती हैं तथा उस वर्ष में 26 एकादशी तिथियां होती ह ...
हिंदू पंचांग के मुताबिक, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहते हैं, इसे आवंला, रंगभरनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. आमलकी एकादशी को सभी एकादशियों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ ही आंवले के वृक्ष की भ ...
हिंदू मान्यताओं में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। एकादशी तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी को प्रिय है, इसलिए आज के दिन उनका आशीर्वाद पाने के लिए व्रत रखा रखा जाता है.हिंदू धर्मशास्त्र के अनुसार, आमलकी एकादशी व्रत हर साल फाल्गुन मास के शुक् ...
भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत को दिव्य फलदायी व्रत माना जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान कृष्ण ने स्वयं इसकी महिमा का वर्णन युधिष्ठिर से किया था. एकादशी व्रत महीने में दो बार आता है, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में. 23 फरवरी को माघ मास के ...
हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है. हिंदू पंचांग की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहते है. यह तिथि मास में दो बार आती है. पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद. पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली ए ...
हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है. हिंदू पंचांग की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहते हैं. यह तिथि मास में दो बार आती है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एक ...