असम में प्राकृतिक संसाधन, मानव संसाधन और बेहतरीन भौगोलिक परिस्थितियां होने के बावजूद यहां का समुचित विकास न होने का कारण हर साल पांच महीने ब्रह्मपुत्र का रौद्र रूप होता है जो पलक झपकते ही सरकार व समाज की सालभर की मेहनत को चाट जाता है। ...
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित (सीपीआई) मुद्रास्फीति 7.79 प्रतिशत पर थी। ...
श्रीलंका की बर्बाद हो चुकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अंतरिम बजट पर काम कर रहे प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि केवल आर्थिक स्थिरता स्थापित करना ही काफी नहीं है, हमें पूरी अर्थव्यवस्था का पुनर्गठन करना होगा। ...
चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अधिक निर्यात, मजबूत घरेलू मांग, विनिर्माण और सर्विस सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन, ज्यादा कृषि उत्पादन, अच्छे मानसून और ग्रामीण भारत के प्रति सरकार की समर्थनकारी नीति से देश की विकास दर दुनिया की सर्वाधिक तेज विकास दर बनी रहेगी ...
क्वाड समूह और अब उससे जुड़ा हिंद-प्रशांत आर्थिक मंच ऐसे दौर में बना है जबकि एक ओर कोविड महामारी से उत्पन्न स्थितियों से क्वाड सदस्यों तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों की अर्थव्यवस्था के सामने चुनौतियां पैदा हुई हैं, वहीं दूसरी ओर चीन इस क्षेत्र में ...
आपको बता दें कि चीन सेल्फसेंट्रिक होने के साथ-साथ अतिमहत्वाकांक्षी भी है। इसलिए उस भरोसा करना तो दूर, प्रत्येक स्थिति में उसे न्यू वर्ल्ड ऑर्डर का निर्माण करने या नेतृत्व की भूमिका में आने से रोकना चाहिए। ...