Chandrayaan 2: 3,840 किलोग्राम वजनी चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को जीएसएलवी मैक-3 एम1 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था। इस योजना पर 978 करोड़ रुपये की लागत आई है। ...
Chandrayaan-2: आर्बिटर इसी कक्षा में चांद का चक्कर लगाएगा जबकि लैंडर विक्रम चांद की दो और कक्षा बदल कर चांद के और करीब आ गया। इसके बाद 7 सितंबर को विक्रम की चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करवाई जाएगी। ...
बीते हफ्ते 'चंद्रयान-2' को चांद की चौथी कक्षा में आगे बढ़ाने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरा किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इस प्रक्रिया (मैनुवर) के पूरी होने के बाद कहा कि अंतरिक्ष यान की सभी गतिविधियां सामान्य है। ...
इसरो ने एक अपडेट में कहा कि, “प्रणोदन प्रणाली का प्रयोग करते हुए चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान को चंद्रमा की चौथी कक्षा में आज (30 अगस्त,2019) सफलतापूर्वक प्रवेश कराने का कार्य योजना के मुताबिक छह बजकर 18 मिनट पर शुरू किया गया। चंद्रमा की चौथी कक्षा में प्र ...
इसरो अब एक और बड़े मिशन में जुट गया है। यह मिशन देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभाने में कारगर साबित होगा। इस मिशन का नाम है, कार्टोसैट-3 सैटेलाइट। इसकी लॉन्चिंग हो जाने के बाद से यह भारत के दुश्मनों और आतंकवादियों पर नजर रखेगा। कार्टोसैट-3 सैटेलाइट ...
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्ज देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को संशोधित किए जाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई की और उन्हें पांच सदस्यीय संविधान पीठ के पास भेज दिया। वहीं, मं ...
इसरो ने तस्वीरें साझा करते हुए एक बयान में कहा कि चंद्रयान द्वारा जो तस्वीरें ली गई हैं वे ‘सोमरफेल्ड’, ‘किर्कवुड’, ‘जैक्सन’, ‘माक’, ‘कोरोलेव’, ‘मित्रा’, ‘प्लासकेट’, ‘रोझदेस्तवेंस्की’ और ‘हर्माइट’ नामक विशाल गड्ढों की हैं। इन विशाल गड्ढों का नाम महान ...