झारखंडः भाजपा से अलग होने के बाद बाबूलाल मरांडी की छवि कमजोर नेता की होने लगी थी। चुनावों में लगातार हार के चलते उनकी पार्टी भी अस्तित्व खोती नजर आ रही थी। 2009 के बाद 2019 तक बाबूलाल मरांडी कोई चुनाव नहीं जीत पाए थे। ...
आरएसएस के निष्ठावान स्वयंसेवक और समर्पित बीजेपीई रहे बाबूलाल मरांडी ने 2006 में पार्टी से मनमुटाव के बाद झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) नाम से अपनी एक नई पार्टी बना ली थी. जिससे वे लगातार दो बार कोडरमा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने. ...
बाबूलाल मरांडी का जन्म झारखंड के गिरीडीह के टिसरी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कोडिया बैंक गांव में 11 जनवरी 1958 को हुआ। इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा गांव से प्राप्त करने के बाद गिरीडीह कॉलेज में दाखिला ले लिया। यहां से इन्होंने इंटरमीडिएट तथा स् ...
Jharkhand: 17 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में बीजेपी जुट गई है. मिलन समारोह के साथ-साथ गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भव्य स्वागत किया जाएगा. ...
झाविमो के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बताया कि पार्टी की केंद्रीय समिति ने पार्टी के भाजपा में विलय को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा 17 फरवरी को यहां प्रभात त ...
बाबूलाल मरांडी ने रविवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस दौरान ओमप्रकाश माथुर भी मौजूद थे. तीनों नेताओं में करीब एक घंटे तक विलय को लेकर विमर्श हुआ. ...