अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि आवंटित की जाए। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 130 साल से चले आ रहे इस संवेदनशील विवाद का पटाक्षेप कर दिया है। इस विवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को तार तार कर दिया था। संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। Read More
लंदन में भारतीय उच्चायोग और वहीं के नेहरू केंद्र में काम कर चुकीं लेखिका दिव्या माथुर ने कहा कि ब्रिटेन में बसे अधिकतर भारतीय इस निर्णय से प्रसन्न होंगे क्योंकि इससे भारत में सामाजिक सौहार्द बढ़ेगा। ...
विवेक ने कहा, ‘‘मेरी मां भगवान राम की अनन्य भक्त हैं और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए समाधान का इंतजार कर रही थीं। वह अयोध्या में छह दिसंबर, 1992 की घटना के बाद शुरू हुई हिंसा को लेकर काफी परेशान थीं।’’ ...
इलाहाबाद उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में अपनी दलीलों में निर्मोही अखाड़ा ने इस घटना (मूर्तियां स्थापित करने) के घटित होने से इनकार किया और दावा किया कि मस्जिद के केंद्रीय गुंबद के नीचे मूर्तियां पहले से ही थीं। ...
सत्रह नवंबर को सेवानिवृत्त होने जा रहे प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पांच न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ ने कहा कि संबंधित स्थल पर भगवान राम का जन्मस्थल होने के बारे में गवाहों ने धार्मिक ग्रंथों से ‘श्लोकों’ का जिक्र किया जो बाबरी मस्जिद ...
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेशनल हेरल्ड में प्रकाशित लेख को लेकर नेशनल हेरल्ड ने माफी मांगी है। लिखा है कि अगर इससे किसी व्यक्ति या समूह की भावनाओं को ठेस पहुंचती है तो हम उसके लिए माफी मांगते हैं। ...
अयोध्या मामले में शनिवार को आये फैसले के आलोक में शाह ने अपने कई कार्यक्रम रद्द कर दिये और पिछले दो दिनों से व्यक्तिगत रूप से पूरे देश के कानून व्यवस्था स्थिति की नजदीक से निगरानी की ताकि वर्षों पुराने इस विवाद के फैसले के बाद सांप्रदायिक सौहार्द नही ...
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगर बाबरी मस्जिद तब वैध था तो इसकी जमीन उन्हें क्यों दी गयी जिन्होंने इसे ढहाया। अगर यह अवैध है तो इस पर एक मामला क्यों चल रहा है और आडवाणी के खिलाफ मामला क्यों वापस लिया गया। अगर यह वैध है तो इसे मुझे दे दीजिए।’’ ...
बांग्लादेश की ओर बढ़ने से पहले पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में दस्तक दे चुका है। चक्रवात के प्रभाव से राज्य के विभिन्न हिस्सों में सात लोगों की मौत हो गयी। आधिकारिक रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गयी। ...