कोरोना के कारण इस बार की अमरनाथ यात्रा फिलहाल अधर में लटक गई है। पूरी तैयारियों के बावजूद प्रशासन इसको संपन्न करवाने का अंतिम निर्णय नहीं ले पा रहा है। ...
प्रदेश में करीब 190 मौतों के आंकड़ों के साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 12 हजार को पार करने वाली है। प्रशासन अमरनाथ यात्रा को संपन्न करवाने का जोखिम लेने को तैयार है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित करने की ...
कोरोना के चलते यात्रा सिर्फ प्रतीकात्मक तौर पर ही संपन्न होने जा रही है। इसे 21 जुलाई के दिन से 14 दिनों के लिए संपन्न करवाया जाएगा जिसमें कुल 7 हजार लोगों को शिरकत करने की इजाजत दी गई है। ...
कोरोना महामारी के मद्देनजर 21 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा में इस बार विशेष सतर्कता बरती जा रही है। साधु-संतों के अलावा 55 साल से कम उम्र के श्रद्धालुओं को ही यात्रा की इजाजत दी गई है। बच्चे और बुजुर्ग इस बार बाबा बर्फानी के दर्शन नहीं कर सकेंग ...
कोरोना के कारण, अगर यात्रा को संपन्न करवाया भी जाता है तो सबसे कम श्रद्धालुओं के शामिल होने का रिकार्ड बनेगा। वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2019 के आंकड़ों पर अगर एक नजर दौड़ाएं तो वर्ष 2016 में, जब हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्याय बुरहान वानी की मौत हुई थी, ...
Jammu-Kashmir: 5 जुलाई को व्यास पूर्णिमा के दिन से, अमरनाथ यात्रा के इतिहास में पहली बार, 3 अगस्त श्रावण पूर्णिमा वाले दिन तक अमरनाथ की गुफा में सुबह-शाम होने वाली आरती का सीधा प्रसारण होने जा रहा है जिसके लिए दूरदर्शन की टीमों को गुफा तक पहुंचा दिया ...
प्रशासन ने इसके पीछे अमरनाथ यात्रा और मानसून की बारिश से पहले की तैयारियों का हवाला दिया है, लेकिन इन आदेशों ने लोगों के कान खड़े कर दिए हैं। दरअसल, राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण हर बार परेशानी होती है। ...