Amarnath Yatra 2020: भक्तों को अपने खर्च पर कराना होगा कोरोना टेस्ट, होना पड़ेगा क्वारंटाइन
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 2, 2020 11:10 AM2020-07-02T11:10:30+5:302020-07-02T11:12:29+5:30
कोरोना महामारी को लेकर हर साल होने वाली बाबा बर्फानी की अमरनाथ यात्रा पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया जा सका है।
Amarnath Yatra 2020: फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि अनलाक 2 के बाद भी अमरनाथ यात्रा संपन्न होगी या नहीं लेकिन यात्रा को संपन्न करवाने की जो तैयारियां की जा रही हैं उनमें प्रदेश में आने वाले अमरनाथ यात्रियों को क्वारांटाइन में रखने की तैयारी भी है। अर्थात कोरोना संकटकाल में अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों को जहां अपने खर्चे पर कोरोना टेस्ट करवाना होगा वहीं उनके लिए क्वारांटाइन की शर्त भी जोड़ दी गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा की तिथि अभी तय नहीं हो पाई है लेकिन दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को पहले कठुआ जिले में क्वारंटीन किया जाएगा। कोविड टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। बुधवार को जम्मू के मंडलायुक्त संजीव वर्मा ने जिला प्रशासन के साथ बैठक में 500 से 1000 यात्रियों को क्वारंटीन करने की व्यवस्था के निर्देश दिए।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुसार यात्रा शुरू होने पर यात्रियों की लखनपुर में सैंपल जांच होगी। रिपोर्ट आने तक इन्हें छह क्वारंटीन सेंटरों में ठहराया जाएगा।
अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर जिले में इस बार किसी भी लंगर को अनुमति नहीं दी गई है। ऐसे में श्रद्धालुओं के खाने की व्यवस्था प्रशासन करेगा। श्रद्धालुओं को राजकीय डिग्री कॉलेज कठुआ, तीन निजी कॉलेजों और लंगर स्थलों पर प्रस्तावित क्वारंटीन केंद्रों में ठहराया जाएगा।
अमरनाथ यात्रा से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, यह फैसला अब प्रदेश प्रशासन को लेना है कि अमरनाथ यात्रा को संपन्न करवाने की अनुमति दी जानी है या नहीं। एक प्रस्ताव के अनुसार, यात्रियों को हेलिकाप्टर से आने जाने की अनुमति दी जा सकती है पर प्रदेश के बाहर से यात्री जम्मू कश्मीर पहुंचेगे कैसे, यह सबसे बड़ा सवाल इसलिए है क्योंकि फिलहाल प्रदेश के बाहर से आने वालों को 7 दिनों की क्वारांटीन अवधि में रहना पड़ता है और इसके मायने यह हुए कि आने वालों को कम से कम 10 से 12 दिनों का कार्यक्रम बना कर आना होगा।
ऐसे में जबकि प्रदेश में फिलहाल सभी प्रकार की धार्मिक यात्राओं और मेले आदि को रदद किया जा चुका है, अमरनाथ यात्रा संपन्न हो पाएगी कहना मुश्किल है। पर बावजूद इसके अधिकारी इसको संपन्न करवाने की तैयारियों में जरूर जुटे हुए हैं।