इस महिला ने अपने रेपिस्ट को सामने बैठाकर 4 घंटे तक बातचीत के बाद दी माफी, अब दूसरे पीड़ितों की करती हैं मदद By स्वाति सिंह | Published: December 30, 2020 2:09 PMOpen in App1 / 8यौन हिंसा का शिकार हुई कनाडा की 25 साल की मार्ली लिस अपने साथ हुई दरिंदगी को भुलाकर आज दुर्व्यवहार और हिंसा की पीड़ित महिलाओं की मदद कर रही हैं। 2 / 8ओंटोरिया निवासी मार्ली लिस कहती हैं कि उनका पूरा जोर अपराधी को सजा दिलाने के बजाय पीड़ित के जख्मों को भरने और उन्हें नए सिरे से जीवन जीने की कला सिखाने पर है।3 / 8कनाडा की स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्ली लिस ने साल 2019 में (रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस) अपने रेपिस्ट का करीब 4 घंटे तक सामना किया था। लिस ने रेपिस्ट को माफ कर दिया। वह कहती हैं कि एक बुरा अतीत भुलाकर उन्हें आगे बढ़ने की जरूरत है। तब से लेकर वह अपनी तरह यौन हिंसा का शिकार हुई महिलाओं की मदद कर रही हैं।4 / 8लिस ने CTVNews।ca से टेलीफोन पर एक इंटरव्यू में कहा, 'मुझे अब तक करीब 40 महिलाओं के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है। किसी महिला के साथ हिंसा के बाद हम उसके इलाज, शर्मिंदगी महसूस करना, अपने शरीर से प्यार करना और पितृसत्तात्मक व्यवस्था को उजागर करने जैसी चीजों पर काम करते हैं। खुद की आपबीती बताते हुए लिस ने कहा कि अदालत की प्रक्रिया हिंसा जितनी ही दर्दनाक होती है, जो आपको इस दर्द से उबरने नहीं देती है। उन्होंने कहा कि वकील द्वारा हमलावर को डिफेंड करना आपको पीड़ित होने का एहसास दिलाता है।5 / 8लिस सिर्फ इतना जानना चाहती थीं कि आखिर रेपिस्ट ने उनके साथ ऐसा क्यों किया। लिस कहती हैं कि अगर उन्हें रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस के बारे में पहले पता होता तो वह अदालत की कार्यवाही से होने वाले अघात से खुद को बचा पाती। उन्होंने बताया कि रेस्टोरेटिव जस्टिव प्रोसेस को एक मेडिटेशन सर्किल के रूप में आयोजित किया गया था, जहां पीड़ित की मां, बहन, उसकी एक दोस्त, दो मेडिटेटर्स, दो वकील और खुद दोषी मौजूद था। यहां उन्होंने 8 घंटे तक सबके सामने अपना दर्द बयां किया और बताया कि आखिर इस घटना ने उनकी जिंदगी पर कितना बुरा असर डाला है।6 / 8लिस से जब पूछा गया कि दोषी अब क्या कर रहा है, अगर वो ये जानना चाहती है तो इसके लिए भी कानून में प्रवाधान है। इस पर लिस ने कहा कि उसे ये जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस घटना और दोषी के बारे में बार-बार सोचने से उनके पुराना जख्म ताजा होंगे। 7 / 8लिस ने 'री ह्यूमनाइज' नाम की एक संस्था भी शुरू की है, जो यौन हिंसा की पीड़ित महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें न्याय दिलाने का काम करती है।8 / 8स्टैटिस्टिक्स कनाडा सर्वे-18 के मुताबिक, 15 साल की उम्र की 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लड़कियां शारीरिक उत्पीड़न या यौन हिंसा का शिकार हुई हैं। स्टै और पढ़ें Subscribe to Notifications