नवरात्रि व्रत में कैसे रखें सेहत का ध्यान, इन 6 टिप्स से सेहत का रखें ख्याल, नहीं तो बिगड़ सकती है तबियत

By संदीप दाहिमा | Updated: April 5, 2022 21:26 IST2022-04-05T21:21:38+5:302022-04-05T21:26:32+5:30

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सुबह उठने के बाद ज्यादा देर तक भूखे रहने से एसिडिटी और लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। व्रत के दौरान सुबह चाय पीने के बाद छाछ, दही, सब्जियों का सलाद, फल आदि खाने से शरीर को एनर्जी मिलने लगती है।

व्रत के दौरान अनाज की कमी की पूर्ति करते हुए संतुलित भोजन लेना बहुत जरूरी है। अधिक तला-भुना, मीठा या बिना नमक का खाना खाने आपको ब्लड प्रेशर कम हो सकता है जिससे आपको शुगर या वजन बढ़ने जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

व्रत के दौरान सिर्फ फलों पर निर्भर रहने और कम मात्रा में पानी पीने से आपको कमजोरी, कब्ज आदि की समस्या हो सकती है। इसलिए आपको फलों के साथ मिलाकर ऐसा भोजन तैयार करना चाहिए, जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिल सके। आप पूरे दिन पानी के अलावा छाछ और नींबू पानी जैसे पेय पदार्थ ले सकते हैं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो और एनर्जी भी मिलती रहे।

व्रत के दौरान अगर एक बार फलाहार ग्रहण कर रहे हैं तो सिर्फ साबूदाने की खिच़ड़ी या आलू का हलवे जैसे किसी एक गरिष्ठ व्यंजन पर निर्भर रहने के बजाए कुट्टु, सिंघाड़े या राजगीर के आटे में उबला आलू मैश कर रोटी का आटा तैयार करें। इससे रोटी या पराठा बनाकर दही या लौकी के रायते के साथ खाने से पेट भी भरेगा और वजन बढ़ने की समस्या भी नहीं होगी। साबूदाना खिचड़ी में अगर आलू के बजाए लौकी का उपयोग किया जाए तो वह गरिष्ठ नहीं होगी।

व्रत के दौरान आपको डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए आपको दिनभर पानी पीते रहना चाहिए। इसके अलावा छाछ व नींबू पानी लेने से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और ऊर्जा भी मिलती रहेगी। पपीते, स्ट्राबेरी, चीकू का शेक, अनानास, मौसम्बी व संतरे का जूस आदि भी बीच-बीच में लिया जा सकता है।

खाने में हरी चटनी, रायता, खीरा जैसी चीजें शामिल कर विविधता लाई जा सकती है। इस दौरान यह ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है कि नमक व चीनी का तालमेल न बिगड़ जाए साथ ही पानी भी पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए।