जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था के मुश्किल समय में भी राजस्थान में विकास का माहौल बना हुआ है।
राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान सभी को मुश्किलें आईं और कुछ कार्यों की गति धीमी रही, लेकिन प्रदेश में बेहतर प्रबंधन कर राज्य सरकार ने विकास को रूकने नहीं दिया।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोटा विकास न्यास की ओर से स्मार्ट सिटी के तहत प्रस्तावित विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास एवं लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि महामारी के कारण पूरा देश कठिन दौर से गुजर रहा है और हमें इसी माहौल में विकास को निरंतर गति देनी है।
सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि राज्य के सभी जिलों में विकास योजनाओं और कार्यक्रमों का योजनाबद्ध क्रियान्वयन हो और आम जनता को सुविधाओं का तय समय पर लाभ मिल सके।
शहरवासियों को आवारा पशुओं की समस्या से निजात मिलेगी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा शहर में जिस देवनारायण नगर एकीकृत आवासीय योजना के विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है, वह अपने आप में एक अद्भुत योजना है, जिसमें पशुपालकों को अपने पशुओं के पास रहने और उनकी देखभाल करने के लिए भूखण्डों तथा आवासीय भवनों का आवंटन किया जाना है।
इस योजना से शहरवासियों को आवारा पशुओं की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने आशा जताई कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रस्तावित सभी विकास कार्यों के समय पर पूरा होने से कोटा शहर के सौन्दर्य में निखार आएगा और यह शहर विदेशी पर्यटकों तक के लिए आकर्षण का केन्द्र बनकर उभरेगा।
उन्होंने नगरीय विकास मंत्री को दूसरे शहरों के लिए भी बेहतरीन योजनाएं बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने शांति धारीवाल तथा नगरीय विकास विभाग के अधिकारियों को नए एयरपोर्ट का निर्माण जल्द से जल्द करवाने के लिए केन्द्र सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग के साथ समन्वय कर विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने ये कहा-
कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि आज मुख्यमंत्री ने कुल 1056 करोड़ रूपए लागत के 12 कार्यों के शिलान्यास एवं वरिष्ठ नगर नियोजक के कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि सभी निर्माणाधीन कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा और वर्ष 2021 तक सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रस्तावित इन विकास कार्यों में से अधिकतर में वर्तमान में निर्माण कार्य चल रहे हैं।नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने चम्बल रिवर फ्रन्ट योजना के लिए मुख्यमंत्री का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी नायाब परियोजना है, जो कोटा शहर को आधुनिक स्थापत्य एवं वास्तु कला के मानचित्र पर पूरी दुनिया में प्रसिद्धि दिलाएगी। 307 करोड़ रूपए लागत की इस योजना में 6 किमी लम्बे हैरिटेज रिवर फ्रन्ट का निर्माण किया जाएगा, जिसमें पूरे राजस्थान की संस्कृति एवं स्थापत्य कला के समन्वय का बेहतरीन प्रदर्शन होगा।
प्रस्ताव के अनुसार, इस परियोजना में कई बगीचों और कैफे-रेस्टोरेंट आदि का निर्माण किया जाएगा तथा जगह-जगह पर देश-प्रदेश की महान विभूतियों की प्रतिमाएं स्थापित कर उसे आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान 13 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया।