Odisha Cement Factory Incident: ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के राजगांगपुर में बृहस्पतिवार को सीमेंट के एक कारखाने के अंदर लोहे का बड़ा ढांचा ढह जाने के बाद कुछ श्रमिकों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना उस समय हुई जब कारखाने के पास 12 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मलबा हटाने में मदद की। राजगांगपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक एम. प्रधान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘लोहे का बड़ा ढांचा ‘कोल हॉपर’ अचानक नीचे गिर गया। हम अभी घटनास्थल पर हैं।
क्रेन की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। अब तक किसी के हताहत होने या घायल होने की खबर नहीं है। लेकिन, हमें संदेह है कि कुछ मजदूर मलबे के अंदर फंसे हो सकते हैं।”
सुंदरगढ़ विधायक राजेन एक्का ने कहा कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि इस घटना में कुछ लोगों की मौत की आशंका है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि यह घटना डालमिया भारत सीमेंट लिमिटेड फैक्ट्री में हुई, जब एक दर्जन से अधिक मजदूर घटनास्थल के पास काम कर रहे थे।
हालांकि, न तो कंपनी और न ही पुलिस को इस बात की जानकारी है कि मलबे में कितने मजदूर फंसे हैं। सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मलबे को हटाने में मदद की।
सुंदरगढ़ विधायक राजेन एक्का ने कहा, "डालमिया भारत सीमेंट लिमिटेड में दुर्घटना हुई है। सूचना मिलते ही हम फैक्ट्री पहुंचे। प्रशासन के सभी अधिकारी डीआईजी, एसपी, सब-कलेक्टर फैक्ट्री के अंदर हैं। हम लोगों की मदद के लिए यहां हैं। ऐसी खबरें आ रही हैं कि इस घटना में कुछ लोगों की मौत हुई है। हम चाहते हैं कि फैक्ट्री मैनेजर, शिफ्ट इंचार्ज और सेफ्टी इंचार्ज को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जाए। लोगों को मुआवजा दिया जाना चाहिए और इलाज मुहैया कराया जाना चाहिए।"
राजगांगपुर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक मनारंजन प्रधान ने कहा, "कोयला हॉपर अचानक नीचे गिर गया। हम अभी मौके पर हैं। क्रेन की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। अभी तक किसी के हताहत होने या घायल होने की खबर नहीं है। लेकिन, हमें संदेह है कि कुछ मजदूर मलबे के अंदर फंसे हो सकते हैं, क्योंकि मजदूर आमतौर पर ढांचे के नीचे काम करते हैं।”
घटना के तुरंत बाद, साइट पर काम कर रहे मजदूर और उनके परिवार के सदस्य प्लांट के बाहर एकत्र हो गए।
कुछ मजदूरों के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि मजदूर उनकी कॉल का जवाब नहीं दे रहे थे।