नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में लाइबेरिया के ध्वज वाले एक वाणिज्यिक जहाज के अपहरण की घटना के बाद एक युद्धपोत को तैनात किया। अब अधिकारियों ने जानकारी दी है कि नौसेना के कमांडो 15 भारतीयों के साथ अपहृत जहाज पर पहुंच गए हैं। विशिष्ट कमांडो, मार्कोस अभियान चला रहे हैं।
इस वाणिज्यिक जहाज में कुछ भारतीय चालक दल के सदस्य भी शामिल हैं। यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) ने बृहस्पतिवार को मालवाहक जहाज ‘एमवी लीला नोरफोक’ के अपहरण की घटना की सूचना दी थी।
व्यापारिक जहाज एमवी लीला नोरफोक को सोमालिया से 300 समुद्री मील पूर्व में समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था। यह पोर्ट डु एको (ब्राजील) से चल रहा था और बहरीन में खलीफा बिन सलमान के लिए जा रहा था। भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस चेन्नई उस ओर बढ़ रहा है, जबकि बल चालक दल के साथ संवाद कर रहा है।
यूकेएमटीओ, एक ब्रिटिश सैन्य संगठन है, जो रणनीतिक जलमार्गों में विभिन्न जहाजों की गतिविधियों पर नजर रखता है। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय नौसेना ने अरब सागर में लाइबेरिया के ध्वज वाले मालवाहक जहाज के अपहरण की घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि जहाज ने यूकेएमटीओ को एक संदेश भेजा, जिसमें बृहस्पतिवार शाम को जहाज पर लगभग पांच से छह अज्ञात हथियारबंद लोगों के सवार होने का संकेत दिया गया।
घटनाक्रम पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय नौसेना ने समुद्री गश्त शुरू की और जहाज की सहायता के लिए समुद्री सुरक्षा संचालन के लिए तैनात आईएनएस चेन्नई का मार्ग परिवर्तित कर दिया। ऐसी जानकारी सामने आई है कि जहाज के चालक दल में 15 भारतीय शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि भारतीय नौसेना के समुद्री गश्त विमान ने शुक्रवार तड़के जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जहाज से संपर्क स्थापित किया।
उन्होंने बताया, "नौसेना के विमान जहाज की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं और आईएनएस चेन्नई सहायता प्रदान करने के लिए जहाज के करीब जा रहा है।" उन्होंने बताया कि क्षेत्र की अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। प्रवक्ता ने बताया, "भारतीय नौसेना अंतरराष्ट्रीय साझेदारों और मित्र देशों के साथ क्षेत्र में वाणिज्यिक जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।"