भुवनेश्वर: ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे ने न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया को झकरोर दिया है। बीते एक दशक के बीच हुए ट्रेन हादसों में यह सबसे भयानक बताया जा रहा है। इस संबंध में मिली अब तक की जानकारी के मुताबिक हादसे में मृतकों की संख्या 233 हो गई है। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने मृतकों की संख्या की पुष्टि करते हुए शनिवार को बताया कि बालासोर में ट्रेन के पटरी से उतरने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 233 हो गई है, वह लगभग 900 से ज्यादा लोग हादसे में घायल हैं।
मुख्य सचिव जेना ने बताया कि मौके पर राहत एवं बचाव के लिए लगभग 60 एंबुलेंस और दो दर्जन से अधिक बसें भेजी गई हैं। एनडीआरएफ की तीन टीमें, ओडिशा डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की चार टीमें हालात को संभालने का प्रयास कर रही हैं। लगभग 500 से 600 पुलिस अधिकारी और बचाव दल के राहत कार्यों में लगे हुए हैं। घायलों के इलाज के लिए 44 डॉक्टरों की टीम मौके पर है और दो मेडिकल कॉलेजों में घायलों को भर्ती किया जा रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जेना ने बताया, "ओडिशा सरकार ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है।" इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ओर से भी बयान जारी किया गया है कि शनिवार को राज्य में एक दिन का शोक रहेगा औऱ इस दिन कोई राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।
वहीं हादसे की बात करें तो कोंकण रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा में हुए दर्दनाक हादसे को देखते हुए पीएम मोदी द्वारा गोवा-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने का समारोह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। अभी-अभी मिली खबर के अनुसार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गये हैं। इससे पहले उन्होंने शुक्रवार रात में ऐलान किया था कि ट्रेन के पटरी से उतरने की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
घटना पर दुख प्रगट करते हुए रेल मंत्री ने कहा, "दुर्घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण थी और घटना की खबर उनके मंत्रालय तक पहुंचने के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू किया गया है।" उन्होंने कहा कि यात्री ट्रेन के डिब्बों के पटरी से उतरने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।
मालूम हो कि शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे ओडिशा के बालासोर में बहानागा स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गए थे। रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के मुताबिक यह हादसा शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ।उन्होंने घटना की जानकारी देते हुए कहा, "लगभग शाम के 7 बजे शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के 10-12 डिब्बे बालेश्वर के पास पटरी से उतर गए और विपरीत ट्रैक पर गिर गए। कुछ समय बाद, यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली एक और ट्रेन पटरी से उतरी उन डिब्बों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप इसके 3-4 डिब्बे पटरी से उतर गए।"