लखनऊ, 28 सितंबर उत्तर प्रदेश की प्रतापगढ़ सीट से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता से कथित तौर पर मारपीट के मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया और प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की।
राजधानी लखनऊ में मकबरा मार्ग पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता एकत्र हुए और प्रशासन तथा सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता के साथ हुई कथित मारपीट के मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी तथा अन्य के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस लेने और मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।
प्रदेश कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस मामले में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को एक मांग पत्र सौंपने के लिए राजभवन जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें जबरन रोक लिया, बाद में वह ज्ञापन अपर पुलिस उपायुक्त राजेश श्रीवास्तव को सौंपा गया।
प्रदर्शन के दौरान पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार कांग्रेस द्वारा उसकी नाकामियों को उजागर किए जाने से तिलमिलाई हुई है और प्रतापगढ़ के सांगीपुर की घटना इस बात का उदाहरण है कि सरकार किस तरह फर्जी मुकदमे दर्ज करके कांग्रेस के नेताओं को आतंकित करने के लिए पुलिस और प्रशासन का इस्तेमाल कर रही है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रतापगढ़ में हुई घटना में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाने के विरोध में मंगलवार को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया था।
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता ने शनिवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की अगुवाई में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रतापगढ़ जिले के सांगीपुर विकासखंड में आयोजित एक समारोह के दौरान उनसे मारपीट की।
पुलिस ने इस मामले में तिवारी के साथ-साथ उनकी बेटी और राज्य विधान परिषद में पार्टी की नेता आराधना मिश्रा समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
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