संवाददाता से लेकर संपादक तक, राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य का अनुभव, खासकर एडिटोरियल प्लानिंग, आइडिया, लॉचिंग आदि का विशेष अनुभव।Read More
आपातकाल के बाद कांग्रेस के विभाजन के कारण राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी देवराज अर्स की कांग्रेस में चले गए थे, जबकि शिवचरण माथुर इंदिरा कांग्रेस में रहे. जनता पार्टी के बिखराव के बाद जब केंद्र की सत्ता में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ...
केंद्र सरकार के निर्णयों ने प्रदेश के राजपूतों, ब्राह्मणों को ही नहीं, भाजपा के वोट बैंक- शहरी मतदाता और व्यापारी वर्ग को भी खासा नाराज कर दिया, नतीजा- राजे सरकार के अनेक मंत्री चुनाव हार गए. ...
राजस्थान के बड़े नेताओं की दिलचस्पी हमेशा सीएम की कुर्सी में ही रही है. केंद्र के बड़े-बड़े पद उन्हें रास नहीं आते हैं और यही वजह है कि अशोक गहलोत केंद्र सरकार में संभावित बड़े पद के बजाय राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने पर अड़े रहे. ...
राजस्थान के बड़े नेताओं की दिलचस्पी हमेशा सीएम की कुर्सी में ही रही है। केन्द्र के बड़े-बड़े पद उन्हें रास नहीं आते हैं और यही वजह है कि अशोक गहलोत केन्द्र सरकार में संभावित बड़े पद के बजाय राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने पर अड़े रहे। ...
कांग्रेस ने चुनावी जंग तो जीत ली है, परन्तु प्रदेश के प्रमुख कांग्रेसी नेता जनता की जरूरतों पर फोकस होने के बजाय अपनी व्यक्तिगत महत्वकांक्षाओं पर ही अड़े रहे तो सियासी बाजी पलटने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। ...
पिछली बार लोकसभा चुनाव में राजस्थान से 25 में से 25 सीटें भाजपा जीत गई थी. इस बार कांग्रेस कितनी सीटें जीत पाती है, यह प्रदेश सरकार के कामकाज और जनता के भरोसे पर निर्भर है. ...
इस चुनाव में कांग्रेस की जीत में तीन समाजों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है- ब्राह्मण, राजपूत और आदिवासी। इनमें से जहां ब्राह्मण और आदिवासी कांग्रेस के परंपरागत वोटर रहे हैं, वहीं राजपूत समाज ने पहली बार खुल कर कांग्रेस का समर्थन किया है। ...