दुर्भाग्य से इस रोग का सर्दी, जुकाम और बुखार जैसे सामान्य लक्षणों के साथ साम्य इतना अधिक है कि इसका पता चलना भी सरल नहीं है और लोग इसे प्रकट करने से भी बच रहे हैं. हालांकि समय पर उचित उपचार पाकर संक्रमित लोग स्वस्थ होकर घर भी लौट रहे हैं. अत: इस रोग ...
आज सभी लोग जीवन के अस्तित्व की चिंता से ग्रस्त हो रहे हैं. सब के मन में एक ही प्रश्न और आशंका है कि कोरोना की महामारी से कैसे उबरें. कोरोना का विषाणु देश, धर्म, जाति या भाषा की चिंता किए बगैर राजा और रंक सभी को अपने प्रभाव में ले रहा है. सामान्य जीवन ...
चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि रामनवमी भगवान राम के जन्मोत्सव का अवसर है. युगों-युगों से गाई जाने वाली उनकी पुण्य गाथा और कुछ नहीं सिर्फ मर्यादाओं के लिए सतत संघर्ष की अद्भुत कहानी है. जीवनर्पयत श्रीराम स्वयं मर्यादाओं के लिए खड़ी होने वाली ब ...
Coronavirus:आज के विकास की नीति तो ठीक विपरीत है. शहर आबाद होते जा रहे हैं और गांव समाप्त हो रहे हैं. क्या विकास की कोई समेकित बात संभव है? गांवों को ध्यान में रख कर देश के विकास की बात हो सकेगी? महात्मा गांधी ने स्वावलंबी और समर्थ गांवों का सपना देख ...
कोविड-19 के संक्रमण का मुख्य आधार एक सामान्य व्यक्ति का रोग के संक्रमित व्यक्ति के साथ किसी भी तरह से सम्पर्क में आना है. इसलिए इससे बचाव के लिए सामाजिक सम्पर्क को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है. भीड़भाड़ की जगहों में जाने पर संक्रमण की आशंका बहुत बढ़ ...
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने के लिए स्वास्थ्यवर्धक आहार लेना, हल्दी, तुलसी और काली मिर्च सेवन, प्राणायाम, योगासन, समुचित व्यायाम, विटामिन सी का सेवन और संक्र मण से अधिकाधिक बचाव रखना ही इस महामारी को हराने का एकमात्न उपाय है. ...
दुर्भाग्य से वैज्ञानिक ज्ञान प्राय: अंग्रेजी में प्रकाशित होकर उपलब्ध होता है जो गैर अंग्रेजी भाषी अधिकांश भारतीयों के लिए सुगमता से ग्राह्य नहीं हो पाता. साथ ही देशज ज्ञान की उपेक्षा भी दुर्भाग्यपूर्ण है. उसे अर्जित करने के लिए संस्कृत और लोक भाषाओं ...