Corona Vaccine Update: WHO ने Pfizer की COVID-19 वैक्सीन को दी मंजूरी, भारत में आज होगी अहम बैठक!
By प्रतीक्षा कुकरेती | Updated: January 1, 2021 12:34 IST2021-01-01T12:33:42+5:302021-01-01T12:34:07+5:30
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने फाइजर और बायोएनटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. इसी के साथ दुनियाभर में फाइजर की वैक्सीन के इस्तेमाल का रास्ता खुल गया है. आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस वैक्सीन को ब्रिटेन ने सबसे पहले 8 दिसंबर को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी दी थी. बाद में अमेरिका, कनाडा जैसे देशों ने भी इसके इस्तेमाल की मंज़ूरी दे दी थी.
WHO के मुताबिक़ फाइज़र-बायोटेक वैक्सीन पहली ऐसी वैक्सीन है, जिसे कोरोना महामारी के आने के बाद संगठन की ओर से इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ डब्ल्यूएचओ की वरिष्ठ अधिकारी मैरिएंगेला सिमाओ ने कहा, "कोरोना वैक्सीन की वैश्विक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में ये एक बेहद ही सकारात्मक कदम है."
वही WHO ने एक बयान जारी करके कहा है कि उसने विस्तृत जांच और टेस्ट के बाद ही फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी दी है. इसी के साथ ‘इमरजेंसी यूज लिस्टिंग’ प्रक्रिया पर भी तेजी से काम चल रहा है, ताकि गरीब देशों को जल्द से जल्द वैक्सीन पहुंचाई जा सके. बता दें कि लिस्ट में शामिल होने के बाद किसी भी कोरोना वैक्सीन को दुनियाभर के देशों में आसानी से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाएगी. इसके अलावा, WHO ने कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर कहा है कि मौजूदा उपायों को अपनाकर इसे बचा जा सकता है.
वही आज भारत सरकार द्वारा गठित सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की कोरोना वैक्सीन पर अहम बैठक है.बैठक में तीन दवा कंपनियों के डाटा का रिव्यू होगा, जिन्होंने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन की अनुमति मांगी है. इस कमेटी की सिफारिश पर डीसीजीआई फैसला लेंगा. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड और फाइजर ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंज़ूरी मांगी है.
अब कौन सी वैक्सीन पहले आएगी ये तो अभी साफ नहीं है लेकिन भारत सरकार ने इसको लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है. कोल्ड स्टोरेज से लेकर वैक्सीनेटर की ट्रेनिंग और जिन्हे देना है उनका डाटा सब कुछ. पहले चरण में ये वैक्सीन तीस करोड़ लोगो को दी जाएगी, जिसके लिए प्रायरिटी लिस्ट यानी प्राथमिकता तय कर ली गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सबसे पहले हैल्थ केयर वर्कर, इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर और फिर पचास साल से ज्यादा उम्र के लोग और 50 साल से कम उम्र के वो लोग जिन्हे गंभीर बीमारी है. वहीं इसको लेकर चार राज्यों में दो दिनों का ड्राई रन भी किया गया था. वहीं 2 जनवरी को फिर से सभी राज्यों में एक दिन का ड्राई रन किया जाएगा.

















