विश्वनाथन आनंद एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं और पांच बार विश्व शतरंज प्रतियोगिता जीत चुके हैं। 11 दिसम्बर 1969 को जन्में विश्वनाथन आनंद 1988 में भारत के ग्रांडमास्टर बने। आनंद 2000 से 2002 तक फिडे वर्ल्ड चेस चैंपियन रहे थे और ऐसा करने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी थे। वह 2007 में निर्विवाद वर्ल्ड चैंपियन और 2008 में व्लादिमीर क्रैमनिक को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बने। 2010 और 2012 में उन्होंने फिर से अपने खिताब की रक्षा की, लेकिन वह मैग्नस कार्लसन से 2013 में वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप और 2014 में वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में हार गए। उन्होंने 2007 और 2017 में वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियनशिप भी जीती। शतरंज में शानदार खेल के लिए साल 1991-92 में आनंद को भारत के सबसे माननीय खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आनंद को सन 2007 में पद्म विभूषण दिया गया और वे भारतीय इतिहास के पहले खिलाड़ी बने जिसे यह पुरस्कार मिला। इसके अलावा आनंद को साल 1987 में पद्म श्री और साल 2000 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। Read More
अभी तक जीत को तरस रहे भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ग्रैंड शतरंज टूर के सातवें दौर में चीन के डिंग लिरेन से खेलेंगे तो यह चुनौती उनके लिए आसान नहीं होगी। ...
रोजाना की जिंदगी में और योजना एवं विकास की प्रक्रिया में सांख्यिकी के महत्त्व के प्रति लोगों को जागरूक करना है। यह दिन भारत के प्रख्यात सांख्यिकीविद दिवंगत प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जन्मतिथि के अवसर पर मनाया जाता है। ...
भारतीय स्टार विश्वनाथन आनंद ने नार्वे के स्टैवैगनर में एलेक्सैंडर ग्रिसचुक को शिकस्त दी, जबकि मैग्नस कार्लसन ने एक राउंड रहते अल्टीबाक्स नार्वे शतरंज टूर्नामेंट में खिताब अपने नाम कर लिया। ...
30 मई का दिन हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा गया है। इसी दिन जुगलकिशोर शुक्ल ने दुनिया के पहले हिन्दी साप्ताहिक पत्र "उदन्त मार्तण्ड" का प्रकाशन कलकत्ता (अब कोलकाता) से शुरू किया था। ...
विश्वनाथन आनंद ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए प्लेऑफ में शीर्ष पर चल रहे हिकारू नकामुरा को हराकर पहला टाटा स्टील शतरंज भारत ब्लिट्ज टूर्नामेंट जीता। ...