विश्वनाथन आनंद बर्थडे: आनंद के नाम से है एक ग्रह भी, जानिए शतरंज के इस महान खिलाड़ी से जुड़ी 10 खास बातें
By विनीत कुमार | Published: December 11, 2018 06:55 AM2018-12-11T06:55:39+5:302018-12-11T06:55:39+5:30
विश्वनाथन आनंद को शतरंज से लगाव अपनी मां के कारण हुआ। इस खिलाड़ी के नाम 50 से भी ज्यादा खिताब हैं।
नई दिल्ली: दुनिया से महान शतरंज खिलाड़ियों में शुमार भारत के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं। तमिलनाडु के मइलादुथुरई में 11 दिसंबर, 1969 को जन्में विश्वनाथन आनंद को शतरंज से लगाव अपनी मां के कारण हुआ। उनकी मां शतरंज की खिलाड़ी रही हैं जबकि पिता दक्षिण रेलवे के कर्मचारी थे।
जानिए, विश्वनाथन आनंद से जुड़ी 10 दिलचस्प बातें...
1. आनंद ने 6 साल की उम्र से शतरंज खेलना शुरू किया। इसका श्रेय उनकी मां को जाता है। इसके अलावा उनके परिवार की करीबी दोस्च दीपा रामाकृष्णन से भी आनंद को शतरंज खेलने की प्रेरणा मिली।
2. साल 1984 में आनंद इंटरनेशनल मास्टर (आईएम) का खिताब जीतने वाले सबसे युवा भारतीय बने। विश्वनाथन आनंद की उम्र तब केवल 15 साल की थी। चेस में आईएम के स्तर जीएम (ग्रैंडमास्टर) से पहले आता है।
3. विश्वनाथन आनंद ने 1986 में अपना पहला नेशनल चेस चैम्पियनशिप जीता। इसके बाद आनंद इस पर 1988 तक कब्जा जमाये रखने में कामयाब रहे।
4. विश्वनाथन आनंद ने 1988 में ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने। इसके बाद उन्हें 1991-92 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया।
5. साल 1988 में केवल 18 साल की उम्र में पद्मश्री पुरस्कार हासिल करने वाले विश्वनाथन आनंद को 2007 में पद्म विभूषण से नवाजा गया। पद्म विभूषण भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
6. गैरी कास्परोव, व्लादिमीर क्रैमनिक और वेसेलिन तापोलोव के साथ आनंद दुनिया के चौथे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने चेस रेटिंग सिस्टम इएलओ में 2800 के अंक को पार किया। अप्रैल 2006 में ऐसा करने वाले आनंद 21 महीनों तक नंबर-1 की रैंकिंग पर लगातार बने रहे।
7. आनंद के नाम पर एक ग्रह का भी नाम रखा गया है। इसे 4536 विशीआनंद नाम दिया गया है। आनंद केवल तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम पर किसी ग्रह का नाम रखा गया है। इससे पहले ऐलेक्जेंडर एलेकिन और एनाटोली कार्पोव के नाम पर ग्रह का नाम रखा जा चुका है।
8. आनंद ने सर्वकालिक जो 10 महान चेस खिलाड़ियों की लिस्ट बनाई है, उसमें उन्होंने खुद को ही शामिल नहीं किया है। उनकी लिस्ट में अमेरिका के बॉबी फिसेर सबसे ऊपर हैं। बॉबी का निधन 2008 में हुआ।
9. दुनिया भर में अपने खेल के लिए ख्याति पा चुके आनंद के बारे में कहा जाता है कि वे बहुत साधारण व्यक्तित्व वाले आदमी हैं। उनके नाम 50 से भी ज्यादा खिताब हैं और क्रिकेट के पीछे भागने वाले देश में वे अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हुए।
10. आनंद तमिल और अंग्रेजी के आलावा फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश भाषा जानते हैं। उन्होंने 'माई बेस्ट गेम्स ऑफ चेस' के नाम से एक किताब भी लिखी है।