27 नवंबर को हर साल 'विश्व पर्यटन दिवस' मनाया जाता है। वर्ल्ड टूरिजम डे मनाने के पीछे का सबसे बड़ा कारण पर्यटन को बढ़ावा देना है। हर देश चाहता है कि पर्यटन के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोग उसके देख की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्यों को जानें। लोगों को पर्यटन का महत्व समझाने के लिए इसे एक दिवस के रूप में मनाने की शुरुआती की गई थी। Read More
चिल्लेकलां के दौरान डल झील का जमना कोई नई बात नहीं है। पर कश्मीर में अभी चिल्लेकलां (भयानक सर्दी का मौसम) का आगमन नहीं हुआ है पर कश्मीरी अभी से ठंड से चिल्लाने लगे हैं। ऐसे में उन्हें चिंता है कि इस बार चिल्लेकलां के दौरान कितनी भयानक सर्दी पड़ेगी। ...
कश्मीर के ट्रैवल एजेंटों का कहना है कि उन्होंने इस सर्दी में अपने पैकेज में विभिन्न सेवाएं जोड़ी हैं। क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर घाटी में आने वाले पर्यटकों के लिए संगीत संध्या और भव्य रात्रिभोज को शामिल किया है। ...
पहले सर्दियों में आने वालों की संख्या बहुत ही कम होती थी। भयानक सर्दी तथा अव्यवस्थाओं के चलते लोग सर्दियों के स्थान पर साल के अन्य महीनों में भी गुफा के दर्शनार्थ आते थे। इस साल पहले 9 माह यानी सितंबर तक कुल 7325298 श्रद्धालु पहुंचे थे। ...
पेरिस के एफिल टावर से भी 35 मीटर अधिक ऊंचे इस पुल की ऊंचाई नदी तल से 359 मीटर है, जबकि इसकी लंबाई 1.3 किलोमीटर है। युह पुल कटरा से बनिहाल तक के 111 किलोमीटर लंबे मार्ग की एक अहम कड़ी है। ...
जम्मू कश्मीर आने वाले टूरिस्टों की संख्या जनवरी से लेकर 28 सितम्बर तक एक करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है, जिनमें 30 हजार विदेशी नागरिक भी शामिल थे। ...
हर वर्ष 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत साल 1980 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी। यह दिवस पर्यटन के महत्व और इसके सकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। ...