शिवसेना एक राजनीति दल है। यह मुख्यत महाराष्ट्र की क्षेत्रीय पार्टी है। इसकी स्थापना 19 जून 1966 में प्रमुख राजनीतिक कार्टूनिस्ट बालासाहेब ठाकरे ने की थी। इस दल का प्रतीक चिह्न (लोगो) बाघ है। पूरे देश में शिव सेना को एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी दल के रूप में जाना जाता है। इस समय उद्धव ठाकरे प्रमुख हैं। इसका मुखपत्र सामना है। Read More
कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कई नेता सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना गठबंधन में जा चुके हैं। ‘वंचित बहुजन अघाड़ी’ का गठन ‘भारिप बहुजन महासंघ’ नेता प्रकाश आंबेडकर और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने इस साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले क ...
महाराष्ट्र में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। आदित्य ठाकरे परिवार से चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि 29 वर्षीय ठाकरे चुनाव लड़ सकते हैं। इसके अलावा पार्टी के कुछ नेता उन्हें पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार ...
शिवसेना नेता जैन को मार्च 2012 में 29 करोड़ रुपये के आवासीय परियोजना घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था जब वह 1990 के दशक में राज्य के गृह राज्य मंत्री थे। राकांपा नेता देवकर को मई 2012 में गिरफ्तार किया गया था। ...
विधायक द्वारा अपनी वैचारिक अपरिपक्वता का प्रदर्शन सरेआम करना लोगों को कुछ रास नहीं आया है. इच्छुक प्रत्याशी नामदेव ससाणो के पूर्व विधायक उत्तमराव इंगले से अच्छे संबंध हैं, जो उनके लिए विधायक के रूप में पार्टी की टिकट लाने में कितने कारगर साबित होते ह ...
पिछले चुनाव में दोनों के अलग-अलग लड़ने से यह सीट कांग्रेस के हर्षवर्धन सपकाल ने जीत ली थी. फिलहाल सीट की घोषणा तो नहीं हुई है लेकिन भाजपा-सेना के इच्छुक प्रत्याशी जोर-शोर से तैयारी में लगे हैं. ...
पवार ने कहा, ‘‘हालांकि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि यह किस तरह का विकास है।’’ तब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि ‘‘न केवल नेता, बल्कि उनके रिश्तेदार भी’’ 20 साल पुरानी पार्टी छोड़ रहे हैं। पत्रकार ने उस्मानाबाद के राकांपा नेता पदम सिंह पाटिल का नाम ...
राणे ने कहा, ‘‘मैं सोलापुर में एक सितंबर को भाजपा में शामिल होऊंगा, जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एक रैली संबोधित करेंगे।’’ भाजपा सूत्रों के अनुसार, राकांपा विधायक राणा जगजीतसिंह पाटिल और सातारा सांसद उदयनराजे भोसले जल्द ही पार्टी में शाम ...
महाराष्ट्र की राजनीति में जहां चाचा-भतीजे में संघर्ष के उदाहरण मौजूद हैं, वैसे ही कदम से कदम मिलाकर हर मुश्किल का सामना करने वाले चाचा-भतीजे की मिसाल भी यहां देखने मिलती है. राज्य और देश की राजनीतिक में अमिट छाप छोड़ने वाले शरद पवार ही अपने भतीजे अजि ...