धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिव स्तुति मंत्र भगवान शिव के शक्तिशाली मंत्रों में से एक होते हैं। शास्त्रों में कई सारे शिव स्तुति मंत्र उल्लिखित हैं। इनमें से एक का भी जाप साधक को पूजा की सफलता की ओर ले जाता है। ...
शास्त्रों के अनुसार बिना माला के मंत्र जाप किया जाना फलित नहीं माना जाता है। किन्तु यदि किसी के पास माला ना हो तब भी वह पूर्ण श्रद्धा से मंत्र जाप करके उसका फल पा सकता है। बशर्ते यह मंत्र माला के मोतियों की संख्या के बराबर जपा जाए। यानी 108 बार। ...
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को 'अक्षय तृतीया' के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष अक्षय तृतीया का पर्व 7 मई 2019, दिन मंगलवार को है। इस शुभ पर्व पर हिन्दू सोना एवं अन्य शुभ वस्तुओं की खरीदारी करते हैं। ...
देशभर में इस वर्ष अक्षय तृतीया का पर्व 7 मई को मनाया जा रहा है। 7 मई की सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर वैशाख मास की तृतीया तिथि प्रारंभ हो जाएगी जो कि अगले दिन यानी 8 मई की सुबह 2 बजकर 17 मिनट तक चलेगी। ...
जन्म के समय हनुमान का नाम 'मारुति' रखा गया था। हनुमान बेहद नटखट थे। हनुमान के बचपन से जुड़ी कई बातें 'ब्रह्मांडपुराण' में मिलती हैं। इसके अनुसार भगवान हनुमान के पांच भाई थे। ...
गोस्वामी तुलसीदास जी हनुमान चालीसा के रचियता हैं, वे भी बहुत बड़े रामभक्त थे। वे श्रीराम से मिलना चाहते थे। उन्हें यह मालूम हो गया था कि हनुमान ही उन्हें राम जी से मिलवा सकते हैं। इसलिए उन्होंने हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा की रचना क ...
एक पौराणिक कथा के अनुसार हनुमान जी का सिन्दूर से संबंध माता सीता की वजह से है। पुराणों में वर्णित इस कथा को आधार मानते हुए ही हनुमान पूजा के दौरान सिन्दूर चढ़ाने का रिवाज है। ...
हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी की पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है। हनुमान जी की पूजा कलयुग में सबसे ज्यादा की जाती है। ...