उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज भारत के प्राचीन शहरों में से एक है। हिंदू धर्म के मुताबिक प्रयागराज एक तीर्थ स्थल है। प्रयागराज से पहले इसका नाम इलाहाबाद था। ऐतिहासिक उल्लेख की बात करें तो इस शहर का इलाहाबाद नाम अकबर ने 1583 में दिया था। साल 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने का ऐलान कर दिया है।दरअसल, गोमुख से इलाहाबाद तक जहां कहीं भी कोई सहायक नदी गंगा से मिलती है उस स्थान को प्रयाग कहा गया है, जैसे- देवप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग आदि। इस तरह जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम है उसे प्रयागराज कहा जाएगा। इसे संगम नगरी, कुंभ नगरी और तीर्थराज भी कहा गया है। Read More
Prayagraj: अधिकारियों ने बताया कि मेले में डेढ़ लाख से अधिक अस्थायी शौचालयों की साफ सफाई के लिए 15,000 से अधिक ‘स्वच्छता मित्रों’ और घाटों की सफाई के लिए लगभग 2000 गंगा ‘सेवा दूतों’ को लगाया गया था। ...
A Boatman Earned 30 Crore in Maha Kumbh: प्रयागराज महाकुंभ ने ऑटो चालकों, खान पान की दुकान लगाने वालों से लेकर नाव चलाने वाले लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी। ऐसे ही एक नाविक परिवार की सफलता की कहानी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में वि ...
Mahakumbh 2025:पिंटू महरा के परिवार ने महाकुंभ के पहले 70 नावें खरीदीं। पहले से उनके सौ से अधिक सदस्यों वाले परिवार में 60 नावें थीं। इस तरह इन 130 नावों को महरा परिवार ने महाकुंभ में उतार दिया। ...
Mahakumbh 2025: हिंदुओं का, हिंदुओं के लिए और हिंदुओं द्वारा एक ऐसा त्यौहार, जो सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक है. दुनिया में सर्वाधिक लोगों का एक ही स्थान पर एकत्र होना एक चमत्कार जैसा था. ...
Mahakumbh 2025:महाकुंभ 2025 के बाद मेला मैदान की पवित्रता बनाए रखने के लिए सीएम योगी के निर्देश पर 15 दिवसीय सफाई अभियान शुरू किया गया है। स्वच्छता कार्यकर्ता और गंगा सेवा दूत भविष्य के तीर्थयात्रियों के लिए एक प्राचीन वातावरण सुनिश्चित करने के लिए घ ...