उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जयपुर, अजमेर एवं टोंक जिलों में जहां पर भी 72 घंटे या अधिक अंतराल से जल वितरण किया जा रहा है, इस अंतराल को कम करने के लिये भी प्रमुख शासन सचिव ने प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये हैं. ...
आदमी में भामाशाह और घोड़े में चेतक, कभी दुनिया भूलेगी नहीं. बराबरी से याद रखेगी. प्रश्न यही है कि यदि घोड़े की तरह बोलें कम और काम ज्यादा करें, मोह ज्यादा जगावें तो वह इस जमाने में अधिक फायदे की बात है. ...
इसे क्या माना जाए? वैश्विक शक्तियों का डर्टी गेम अथवा अफगानिस्तान की किस्मत? क्या नहीं लगता कि अमेरिका इतिहास के किसी खेल को दोहराना चाहता है जिसमें पाकिस्तान उसके मुख्य सिपहसालार की भूमिका में हो? ...
संविधान निर्माताओं ने न्यायपालिका, खासकर, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों को नैतिकता की प्रतिमूर्ति मानते हुए उन्हें पद पर रहने के दौरान हर संवैधानिक सुरक्षा कवच से नवाजा था और उन्हें पद से हटाना एक जटिलतम प्रक्रिया के तहत लगभग नामुमकिन कर दिया था. ...
दरअसल यह विवाद प्रत्यर्पण कानून में बदलाव को लेकर उत्पन्न हुआ. प्रस्तावित कानून के अनुसार यदि व्यक्ति अपराध करके हांगकांग भाग जाता है तो उसे जांच प्रक्रिया में शामिल होने के लिए चीन भेज दिया जाएगा. ...
दरअसल यह विवाद प्रत्यर्पण कानून में बदलाव को लेकर उत्पन्न हुआ. प्रस्तावित कानून के अनुसार यदि व्यक्ति अपराध करके हांगकांग भाग जाता है तो उसे जांच प्रक्रिया में शामिल होने के लिए चीन भेज दिया जाएगा. ...
भावनाओं और रिश्तों को टीआरपी के जरिये कमाई का जरिया बना दिया गया. जबकि देश का सच तो ये भी है कि हर दिन 1200 भागे हुए बच्चों की शिकायत पुलिस थानों तक पहुंचती है. भागे हुए बच्चों में 52 फीसदी लड़कियां ही होती हैं. लेकिन हमेशा ऐसा होता नहीं है कि लड़का- ...
कितना अजीब है कि एक राजनेता जैसे कोई जादू की छड़ी घुमाते ही अपने आप को किसी एक राष्ट्रीय पार्टी की विचारधारा से अलग कर लेता है. एक दिन पहले वह जिस पार्टी की नीतियों की कड़ी आलोचना करता रहा है, अगले दिन ही उसकी प्रशस्ति गाने लग जाता है. ...