पेगासस स्पाईवेयर एक सॉफ्टवेयर जिसका इस्तेमाल किसी के स्मार्टफोन को हैक करने के लिए किया जाता है। पेगासस स्पाईवेयर (जासूस सॉफ्टवेयर) इसराइल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ने बनाया है। ऐसे आरोप हैं कि दुनिया के कई देशों ने इसे खरीदा है और इसके जरिए जासूसी कराती हैं। हालांकि कंपनी और इसे खरीदने वाली सरकारें कहती हैं कि वे सुरक्षा के मकसद और आतंकवाद पर रोक में मदद हासिल करने के लिए खरीदती हैं। हालांकि सरकारों द्वारा इसके दुरुपयोग को लेकर आरोप लगते रहे हैं। Read More
न्यायालय ने पिछले साल अक्टूबर में इस मामले पर सुनवाई की थी। उस समय न्यायालय ने भारत में कुछ लोगों की निगरानी के लिए इजराइली स्पाइवेयर का इस्तेमाल किए जाने के आरोपों की जांच के लिए साइबर विशेषज्ञों का तीन सदस्यीय एक पैनल गठित करने का आदेश दिया था। ...
न्यूयॉर्क टाइम्स और ब्रिटेन के द गार्जियन अखबारों में अमेरिका द्वारा पेगासस खरीदे जाने की रिपोर्ट पर एफबीआई ने कहा कि एफबीआई ने केवल उत्पाद परीक्षण और मूल्यांकन के लिए एक सीमित लाइसेंस प्राप्त किया था। ...
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने ज्यों ही यह खबर उछाली कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2017 में अपनी इजराइल-यात्रा के दौरान जब इजराइल से दो अरब डॉलर के हथियारों का सौदा किया था तभी 500 करोड़ रु. का यह जासूसी यंत्र खरीदा था तो फिर क्या था! ...
Budget Session:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उसी दिन वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। वित्त मंत्री एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। ...
'न्यूयॉर्क टाइम्स' की खबर में दावा किया गया है कि भारत ने इजराइल के साथ 2017 में दो अरब अमेरिकी डॉलर के रक्षा सौदे के तहत पेगासस स्पाइवेयर खरीदा था। समाचार पत्र के इस दावे के बाद विवाद खड़ा हो गया है और विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सरकार अवैध जासूसी मे ...
साल 2021 में कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों ने इस बात का दावा किया था कि पेगासस के जरिये कई भारतीय नेताओं, मंत्रियों और पत्रकारों सहित तमाम व्यक्तियों की कथित तौर पर जासूसी की गई। ...
पेगासस जासूसी कांड को लेकर अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट ने देश की राजनीति में खलबली मचा दी है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने खुलासा किया है कि भारत सरकार ने लोगों की जासूसी करने वाले विवादास्पद स्पाइवेयर टूल पेगासस को साल 2017 में इजरा ...
अमेरिकी समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के अनुसार, 2017 में भारत और इजराइल के बीच हुए लगभग दो अरब डॉलर के अत्याधुनिक हथियारों एवं खुफिया उपकरणों के सौदे में पेगासस स्पाईवेयर तथा एक मिसाइल प्रणाली की खरीद मुख्य रूप से शामिल थी। ...