भारत में जब किसी विपक्षी दल को लगता है कि मौजूदा सरकार सदन का विश्वास या बहुमत खो चुकी है तो वह अविश्वास प्रस्ताव पेश करता है। इसके लिए वह सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष या स्पीकर को इसकी लिखित में सूचना देता है। इसके बाद स्पीकर उसी दल के किसी सांसद से इसे पेश करने के लिए कहता है। अविश्वास प्रस्ताव को तभी स्वीकार किया जा सकता है, जब सदन में उसे कम से कम 50 सदस्यों का समर्थन हासिल हो। Read More
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरी गर्म जोशी से विपक्ष के सामने अपना पूरा भाषण दिया। भाषण के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बरस पड़े और बीच में सदन में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले मिलने चले गए। ...
नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेत हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनके मन में विरोधी नेताओं के प्रति कोई गुस्सा नहीं है। भाषण के बाद राहुल ने पीएम मोदी की सीट पर जाकर उन्हें गले लगा लिया। ...
जहां एक तरफ लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राहुल के आंख मारने वाले मामले को गलत ठहराया, वहीं तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी के इस अंदाज को भी शानदार बताया। ...
संसद सत्र के तीसरे दिन सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान एक अलग ही नजारा देखने को मिला। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी 'भूकंप ला देने वाली स्पीच' के बाद पीएम मोदी को गले लगाया। राहलु गांधी सामने बैठे पीएम मोदी की कुर्सी तक पहुंचे और उन् ...
राहुल के इतना कहने के बाद हरसिमरत कौर ने लोकसभा में हंगामा करते हुए उनके बयान की निंदा की। लेकिन तभी लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें बैठाते हुए कहा- 'आप तो मुस्कुरा रही थीं।' ...
No-Confidence Motion in Parliament Monsoon Session: संसद में शुरु हुए मानसून सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने रफेल हैलिकॉप्टर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा, अमित शाह के बेटे ज ...