ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया भारतीय राजनेता हैं। मोदी सरकार में नागर विमानन मंत्री हैं। इससे पहले वह 18 सालों तक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया 15वीं लोकसभा के मंत्रिमंडल में वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री भी रहे थे। उनका जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। इनका संबंध सिंधिया राजघराने से है। इनके पिता स्व. माधवराव सिंधिया भी गुना से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रहे हैं। Read More
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पायलट और सिंधिया में ये सभी क्षमताएं हैंं. देवड़ा ने अपनी दावेदारी को खारिज करते हुए कहा कि वह अपनी क्षमताओं को जानते हैं. पायलट या सिंधिया को कम से कम अंतरिम अध्यक्ष बनाना चाहिए और गांधी परिवार को उनका समर्थन करना चाह ...
लुटियन दिल्ली में सरकारी बंगले पर कब्जा बने रहने के अनुरोध को सरकार द्वारा ठुकरा दिए जाने संबंधी खबरों की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि वह इस बंगले को पहले ही खाली कर चुके हैं। उन्होंने एक कागजात पो ...
दिल्ली सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर दो दिन 21 जुलाई और 22 जुलाई को राजकीय शोक होगा। ...
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि किसी के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए, क्योंकि कल यह आपके साथ भी हो सकता है. ...
मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं, इनमें से 114 कांग्रेस के कब्जे में हैं, जबकि 108 भाजपा, दो बसपा, एक सपा एवं चार निर्दलीय विधायक हैं। एक सीट वर्तमान में खाली है। बहुत ही कम संख्या में बहुमत होने के कारण भाजपा प्रदेश सरकार पर कभी भी गिरने का ...
उन्होंने कहा कि किसी ऐसी शख्सियत को कांग्रेस अध्यक्ष का मौका दिया जाना चाहिए जो पार्टी में नई ऊर्जा पैदा कर पाये। सिंधिया ने कहा, ‘‘हमने कल्पना नहीं की थी कि जिस राहुल गांधीजी ने केवल कांग्रेस का नहीं लेकिन देश के जनमानस का नेतृत्व किया वे अपने पद (क ...
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर जहां सहमति नहीं बन पा रही है वहीं मध्य प्रदेश से एक नई मांग उठने लगी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद अब उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष की कमान दिए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. ...