ज्योतिरादित्य सिंधिया को खाली करना होगा सरकारी बंगला, मोदी सरकार ने ठुकराया अनुरोध
By भाषा | Published: July 26, 2019 02:52 AM2019-07-26T02:52:49+5:302019-07-26T02:52:49+5:30
16वीं लोकसभा गत 25 मई को ही भंग हो गई थी। सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सरकार ने उनके इस बंगले पर काबिज रहने के अनुरोध को खारिज कर दिया है।
केंद्र सरकार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के लुटियन दिल्ली में सरकारी बंगले पर उनका कब्जा बने रहने के अनुरोध को ठुकरा दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। मध्य प्रदेश के गुना से चुनाव हार चुके सिंधिया कई सालों से 27 सफदरजंग रोड बंगले पर रह रहे हैं। वह गुना से साल 2002 से लेकर 2019 तक सांसद रहे थे।
उनके पिता माधवराव सिंधिया के उत्तराधिकारी बनने के बाद यह बंगला उन्हें आवंटित कर दिया गया था। नियमों के अनुसार पूर्व लोकसभा भंग होने के एक महीने के भीतर सांसदों को अपना बंगला खाली करना होता है। 16वीं लोकसभा गत 25 मई को ही भंग हो गई थी। सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सरकार ने उनके इस बंगले पर काबिज रहने के अनुरोध को खारिज कर दिया है।