अर्थव्यवस्था की सुस्ती के सवाल पर वित्तमंत्री ने कहा कि वो उद्योगपतियों से मिल रही हैं। उनसे सुझाव ले रही हैं कि सरकार से क्या चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं उनका जवाब दे रही हूं। मैंने पहले भी दो बार किया है। आगे भी करती रहूंगी।' ...
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कहना है कि यह आर्थिक नरमी मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन की वजह से है। उन्होंने सरकार से बदले की राजनीति छोड़कर समझदार लोगों से बात करने की सलाह दी है। ...
वित्त वर्ष 2012-13 की चौथी तिमाही (जनवरी- मार्च में) वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत के निचले स्तर पर रही थी जबकि एक साल पहले 2018-19 की पहली तिमाही में यह 8 प्रतिशत के उच्च स्तर पर थी। पिछली तिमाही यानी जनवरी से मार्च 2019 में वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत और समूचे व ...
26 अगस्त को रिजर्व बैंक ने भारत सरकार को 1.7 लाख करोड़ रु. देने की घोषणा कर दी और 28 अगस्त को वित्त मंत्नी ने ऐसी घोषणाएं कर दीं, जिनसे भारत में विदेशी विनियोग में आसानी होगी. इसके अलावा गन्ना किसानों को छह हजार करोड़ रु. से ज्यादा की सहायता दे दी और ...
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भी माना है कि यह 70 साल में सबसे गंभीर आर्थिक संकट है. ऑटोमोबाइल सेक्टर की हालत खराब है. हजारों लोग बेरोजगार हुए हैं. इंडियन टेक्सटाइल एसोसिएशन ने तो विज्ञापन दिया है कि आने वाले वक्त में बहुत सी नौकरियां जाएंगी. ...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नही है कि ऋण प्रतिभूतियों, डेरिवेटिव्ज से होने वाले पूंजीगत लाभ पर इस घोषणा का क्या असर होगा? ...
बिस्किट बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी पारले-जी के उत्पाद की खतम में सुस्ती आ गई है। इससे वहां काम करने वाले हजारों लोगों पर छंटनी की तलवार लटक रही है। ...