भक्तों के संकट हरने वाले अष्टसिद्धियों के दाता हनुमान जी अपनी शरण में आए सभी लोगों का दुख दूर करते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार बजरंगबली का जन्म चैत्र पूर्णिमा के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। हर साल इस दिन को हिंदू धर्म को मानने वाले लोग हनुमान जयंती के रूप में मनाते हैं। Read More
हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है।हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी के ग्रह, उनकी पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जयंती का यह पर्व पूरे देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। ...
जब से इस मंदिर की स्थापना हु्ई है तब से ही मन्दिर के अन्दर अखण्ड दीप प्रज्वलित है। निरन्तर रूप से मन्दिर में बालाजी का कथा-पाठ, जप तथा कीर्तन चलता रहता है। दर्शन करने वाले भक्त भी सुन्दरकाण्ड पाठ एवं हनुमान चालीसा पढ़ कर बालाजी को मानाने हैं। ...
हनुमान जयंती के उपलक्ष्य पर कुछ लोग अपने घर में ही पूजा करते हैं किन्तु अधिकतर लोग मंदिर जाकर हनुमान जी की पूजा करते हैं। इनमें से भी कई लोग हनुमान जी के प्राचीन मंदिरों में जाकर पवनपुत्र के दर्शन से अपना जीवन सफल बनाते हैं। ...
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti): हनुमान जी बहुत ही जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। उन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है। 'संकटमोचन' हनुमान जी अपने भक्तों की सदा सहायता करते हैं। ...
हनुमान जी हिन्दू धर्म में भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार के रूप में ही माने जाते हैं। प्रति वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का प्रकटोत्सव मनाया जाता है। ...
हनुमान जी का जन्म दो खास नक्षत्रों में हो रहा है। वर्षों बाद इस तरह के ज्योतिष नक्षत्र हनुमाना भक्तों पर विशेष कृपा करने वाले माने जा रहे हैं। इसलिए इस बार हनुमान जयंती पर व्रत और पूजा करने में अधिक लाभ हासिल होगा। ...
हनुमान जी का जन्म दो खास नक्षत्रों में हो रहा है। वर्षों बाद इस तरह के ज्योतिष नक्षत्र हनुमाना भक्तों पर विशेष कृपा करने वाले माने जा रहे हैं। इसलिए इस बार हनुमान जयंती पर व्रत और पूजा करने में अधिक लाभ हासिल होगा। ...