Hanuman Jayanti: हनुमान जी की पूजा के समय भूलकर भी न करें ये 4 गलतियां, वरना अंजाम होगा बुरा
By उस्मान | Published: April 17, 2019 03:14 PM2019-04-17T15:14:02+5:302019-04-17T15:14:02+5:30
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti): सभी देवी और देवताओं में हनुमान जी ऐसे भगवान हैं, जो थोड़ी से ही पूजा में जल्दी से प्रसन्न हो जाते हैं।
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) चैत्र महीने की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी की पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है। सभी देवी और देवताओं में हनुमान जी ऐसे भगवान हैं, जो थोड़ी से ही पूजा में जल्दी से प्रसन्न हो जाते हैं। बजरंगबली को संकटमोचक भी कहते हैं क्योंकि विपत्ति में हनुमान का जप करने से बड़ी से बड़ी परेशानियां दूर भाग जाती हैं।
लेकिन हनुमान जी की पूजा के कुछ नियम बनायें गये है, अगर इनका पालन नहीं किया जाता तो गलती के कारण कृपा के स्थान पर दण्ड भी मिल सकता है। उनकी आराधना करते वक्त अनजाने ऐसी गलतियां करने से वो नाराज हो सकते हैं। पंडित दिवाकर के अनुसार आपको हनुमान जी की पूजा करते समय इन गलतियों से बचना चाहिए।
1) लाल रंग का रखें ध्यान
हनुमान जी को लाल रंग बहुत प्रिय है. ऐसे में उनकी पूजा करते वक्त लाल रंग की सामग्री का खास ध्यान रखें जैसे- लाल रंग के फूल, लाल रंग के वस्त्र इत्यादि। हनुमान जी की पूजा काले या सफेद रंग के कपड़े पहनकर न करें, इससे आपकी पूजा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
2) भूलकर भी न करें नमक का सेवन
हनुमान जयंती तथा मंगलवार के दिन हनुमान जी के लिए उपवास रखने वाले लोग इस बात का खासा ध्यान रखें कि उस दिन भूलकर भी नमक का सेवन न करें. इसके अलावा दान की गई वस्तु का भी सेवन करने से बचें।
3) अशांत मन से न करें पूजा
हनुमान जी ऐसे भगवान हैं जिन्हें शांति पंसद है इसलिए उनका ध्यान बड़े शांत मन से करना चाहिए। अगर मन अशांत हो तो उनकी पूजा या उनका ध्यान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न नहीं होते।
3) चरणामृत का भोग न लगाएं
बहुत ही कम लोग इस बात से अवगत हैं कि हनुमान जी को चरणामृत का भोग नहीं लगाया जाता और न ही उनकी खंडित प्रतिमा की पूजा की जाती। मांस मदिरा का सेवन करने के पश्चात उनकी पूजा न करें और उनके मंदिर में भी प्रवेश न करें। ऐसा करने से हनुमान जी रुष्ठ हो सकते हैं।
4) स्त्रियां भूलकर भी न करें स्पर्श
हनुमान जी ब्रह्मचारी थें ऐसे में उनकी पूजा करते समय ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना न भूलें। किसी भी प्रकार की कामुक चर्चा उनकी पूजा करते वक्त न करें। हनुमान जी स्त्रियों से दूर रहते हैं इसलिए इस बात का ध्यान रहे कि स्त्रियां उनकी प्रतिमा से दूर रहें।