शरीर कई प्रकार कि कोशिकाओं से बना है। यह कोशिकाएं शरीर में बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को अपना काम करने में दिक्कत देती हैं। जिससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है। इस अवस्था को कैंसर कहते हैं। यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है। कैंसर के विभिन्न प्रकार, सर्वाइकल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, स्तन कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, एसोफैगल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, बोन कैंसर हैं। Read More
फेफड़ों के कैंसर का शीघ्र पता लगाने या निदान से सफल उपचार की संभावना में काफी सुधार हो सकता है। यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, खासकर यदि वे लगातार और अस्पष्ट हैं, तो कृपया तुरंत चिकित्सा सलाह लें। ...
अध्ययन में कहा गया है कि यह वृद्धि ज्यादातर 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुषों को प्रभावित करेगी, जो कम या मध्यम मानव विकास सूचकांक वाले देशों और क्षेत्रों में हैं। ...
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, स्तनपान कराने वाली महिलाओं में स्तन और डिम्बग्रंथि के कैंसर का जोखिम कम होता है। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि स्तन कैंसर से महिलाओं में मृत्यु दर बहुत अधिक है। ...
एक विशेष डिवाइस से लैस यह ब्रा पहनने के कुछ ही क्षणों में स्तन कैंसर के लक्षणों का पता लगा सकती है। इस आविष्कार को भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। ...
Hina Khan Video:टेलीविजन अभिनेत्री हिना खान, जो तीसरे चरण के स्तन कैंसर की सर्जरी से उबर रही हैं, ने काली टोपी पहने हुए एक इंस्टाग्राम वीडियो साझा किया। ...
Cancer In India: कैंसर मुक्त भारत अभियान का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष गुप्ता ने कहा कि भारत में विशेष रूप से युवाओं में सिर और गर्दन के कैंसर के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। ...