वैश्विक स्तर पर नरमी और मानसून की चिंता के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण NDA सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को पेश करेंगी। बजट में राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के साथ आर्थिक वृद्धि तथा रोजगार सृजन को गति देने पर सरकार का जोर रह सकता है। राजकोषीय स्थिति मजबूत करने के लिये कर दायरा बढ़ाने और अनुपालन बेहतर करने के इरादे से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों पर 40 प्रतिशत की एक नई दर से कर लगाया जा सकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिये महत्वपूर्ण आयकर के मोर्चे पर टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। Read More
वित्त मंत्नी ने उन सबको समाहित करते हुए आम आदमी की जरूरतों को पूरा करने वाले कदमों के साथ आर्थिक चुनौतियों का सामना करने वाला, भारत की सामूहिक आकांक्षाओं को पूरी तरह अभिव्यक्त करने वाला एक संतुलित बजट पेश किया है. अंतरिम बजट में भारत को समृद्धतम देश ...
वित्त मंत्नी निर्मला सीतारमण द्वारा संतुलित बजट पेश किया गया है. उन्होंने पेट्रोल के आयात पर एक रुपए प्रति लीटर की कस्टम डय़ूटी बढ़ाई है जो स्वागत योग्य है. इससे सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी, देश में पेट्रोल की खपत कम होगी और हमारी आयातों पर निर्भ ...
भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2018-19 का बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के जरिए एक करोड़ युवाओं का कौशल विकास करने की दिशा में काम ...
बजट 2019: 45 लाख रुपये तक के मकान खरीदने पर अतिरिक्त 1.5 लाख रुपये के ब्याज पर कर लाभ. इसका अर्थ यह है कि अब 3.50 लाख रुपये के ब्याज पर कर छूट का लाभ मिलेगा. ...
इस बजट में सरकार का कुल खर्च 33.23 लाख करोड़ रुपए दर्शाया गया है. जबकि कुल आय 27.86 लाख करोड़ रुपए हैं. इसमें वित्तीय घाटा 5.37 लाख करोड़ रुपए है जो सकल राष्ट्रीय आय (जीडीपी) के 3.30 फीसदी है. ...
चुनाव के बाद का पहला ही वर्ष होने के कारण बजट के लोकप्रिय होने की संभावना वैसे भी नहीं थी. वैश्विक मंदी और अनिश्चितताओं को देखते हुए मोदी सरकार ने काफी संभलकर कदम रखे हैं. सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर एक रु. की अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी और ...
विशेषज्ञों को उम्मीद थी कि छपे हुए बजट भाषण के अनुबंधों में शायद रक्षा बजट के आंकड़े देखने को मिलेंगे. लेकिन वहां भी निराशा ही हुई. बजट भाषण में इस बारे में सिर्फ दो वाक्य कहे गए थे- रक्षा के आधुनिकीकरण और उन्नयन की तत्काल आवश्यकता है और यह राष्ट्रीय ...