बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बाबासाहब भीमराव आंबेडकर की मौत को लेकर एक सनसनीखेज बयान देते हुए कहा कि बाबासाहब की मृत्यु स्वाभाविक नहीं थी। उनकी मृत्यु कहीं न कहीं साजिश के तहत हुई। ...
संविधान हमारे जीवन जीने के मार्ग को प्रशस्त करता है और जीवन के विकास को दिशा देता है. बाबासाहब ने ऐसे ही संविधान की रचना की और द्वेषमुक्त समाज की रचना की राह दिखाई. किसी के साथ कोई अन्याय न होने पाए..न जाति, न धर्म और न भाषा के नाम पर! उन्होंने जीवन ...
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने युवा पीढ़ी को वर्ष 2047 में आजादी की शताब्दी तक समाज को तमाम असमानताओं से मुक्त करके एक समतामूलक समाज की स्थापना का लक्ष्य देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस काम में सभी नौजवान अभी से जुट जाएं। राष्ट्रपति ने लखनऊ स्थित बाबा ...