गूगल ने बनाया डूडल: मोलियरे का पहला नाटक Les Precieuses ridicules (The Affected Young Ladies) था। जिसकी प्रस्तुति 1660 में पेरिस के थियेटर du Petit-Bourbon में किया गया था। ...
कन्नड़ पुस्तक ‘‘रामा मंदिरा येके बेड़ा’’ (राम मंदिर की जरूरत क्यों नहीं है) में दावा किया गया है कि राम कोई भगवान नहीं थे और उनमें भी किसी आम इंसान की तरह कमजोरियां थीं। ...
नीरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती का जन्म अविभाजित बंगाल के फरीदपुर में 1924 में हुआ था। नीरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती आधुनिक बांग्ला साहित्य के क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्ति थे। कविता की उनकी पहली पुस्तक ‘नील निर्जन’ 1954 में उस समय प्रकाशित हुई थी जब वह 30 साल के थे ...
Chaurasi Book Review: 'नई वाली हिंदी' के अग्रणी लेखक सत्य व्यास का नया उपन्यास 1984 के सिख विरोधी दंगों की पृष्ठभूमि में लिखा गया है। पढ़िए 'चौरासी' की समीक्षा। ...
मराठी में ‘सर्जनप्रेरणा आणि कवित्वेशोध’ (आलोचना) के लेखक म.सु. पाटिल को, बांग्ला में ‘श्रीकृष्णेर शेष कटा दिन’ (कहानी संग्रह) के लिए संजीव चट्टोपाध्याय को और गुजराती में निबंध संग्रह ‘विभाजननी व्यथा’ की लेखिका शरीफा वीजलीवाला को साहित्य अकादमी पुरस्क ...
इन स्मृतियों में नागार्जुन, रवींद्रनाथ ठाकुर, विद्यापति, भूपेन हजारिका हैं तो मणि कौल, प्रभाष जोशी, विद्रोही, स्वदेश दीपक भी. लेखक अपनी मुलाकातों, अध्ययन की कूची से एक तरह से रेखाचित्र खींचते हैं और अपने क्षेत्र में इनके योगदान को समग्रता में समेटते ...