अजीत डोभाल भारत के पांचवें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) हैं। साल 2014 में उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया। डोभाल इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख रह चुके हैं। अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 को उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था। साल 1968 में वो भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में सेलेक्ट हुए। केरल कैडर के आईपीएस डोभाल को 1972 में आईबी में डेप्यूट किया गया। आईबी से वो 2005 में संस्था के चीफ के पद से रिटायर हुए। आईबी में अपने दो दशकों लम्बे करियर में डोभाल ने पंजाब, कश्मीर और पाकिस्तान तक में खुफिया जासूस के रूप में काम किया है। साल 2009 में उन्होंने डोभाल ने विवेकानंद इंटनेशनल फाउण्डेशन की स्थापना की। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा एनएसए नियुक्त करने से पहले तक वो विवेकानंद फाउण्डेशन के प्रेसिडेंट थे। Read More
गृह मंत्रालय की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, गृह सचिव एके भल्ला और खुफिया अधिकारी बैठक में मौजूद हैं। ...
डोभाल ने भारतीय और विदेशी मीडिया के पत्रकारों से कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 विरोध करने वाले लोग कम हैं। लोगों को लगता है कि यह उनकी आवाज है। यह सच नहीं है।’’ ...
अजीत डोभाल ने कहा कि अधिकतर कश्मीरी अनुच्छेद 370 के हटने से खुश हैं। वे अधिक से अधिक अवसर, भविष्य, आर्थिक प्रगति और रोजगार के अवसरों को देख रहे हैं, केवल कुछ बदमाश इसका विरोध कर रहे हैं। ...
मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में घोषणा की थी कि देश में अब तीनों सेनाओं के प्रमुख के तौर पर एक सीडीएस होगा जिसका प्रस्ताव 1999 में कारगिल युद्ध के बाद से लंबित है। ...
अजित डोभाल काफी दिनों तक जम्मू-कश्मीर में ही थे और वहां की स्थिति पर करीब से नज़र बनाए हुए थे। अजित डोभाल दो दिन पहले से ही घाटी से दिल्ली लौटे हैं। इस बैठक में अमित शाह, अजित डोभाल के अलावा गृह सचिव राजीव गाबा और गृह मंत्रालय के अन्य बड़े अधिकारी शा ...
बता दें कि अजित डोभाल काफी दिनों तक जम्मू-कश्मीर में ही थे और वहां की स्थिति पर करीब से नज़र बनाए हुए थे। अजित डोभाल दो दिन पहले से ही घाटी से दिल्ली लौटे हैं। इस बैठक में अमित शाह, अजित डोभाल के अलावा गृह सचिव और अन्य बड़े अधिकारी शामिल हैं। ...
मीडिया में एक अज्ञात स्थान पर स्थानीय लोगों के साथ डोभाल के भोजन करने का वीडियो आया था। उक्त वीडियो में उस क्षेत्र में बंद दुकानें भी दिखी थीं। वीडियो में डोभाल यह कहते सुने गए थे कि नया प्रशासन गठित होने के बाद चीजें बदलेंगी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर प ...
अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को यह सुनिश्चित करना था कि कोई जनहानि नहीं हो और सम्पत्ति को कोई नुकसान नहीं हो। साथ ही उन्हें यह भी देखना था कि वहां मौजूद सैनिकों का मनोबल ऊंचा रहे और वह इसमें सफल रहे। ...