बॉलीवुड अभिनेता और प्रोड्यूसर आमिर खान का जन्म 14 मार्च 1965 को एक फिल्मी परिवार में हुआ था। आमिर खान ने अपना एक्टिंग डेब्यू 1973 में यादों की बारात में बाल कलाकार के तौर पर किया था। 1984 में आई फिल्म होली उनकी लीड रोल में डेब्यू फिल्म थी। आमिर को स 1988 में जूही चावला के साथ आयी फिल्म कयामत से कयामत से स्टारडम मिला। दिल (1990), राजा हिंदुस्तानी (1996), सरफरोश (1999) लगान (2001), तारे जमीन पर (2007), गजनी (2008), 3 ईडियट्स (2009), धूम-3, पीके (2014) और दंगल (2016) जैसी फिल्मों से हिन्दी सिनेमा में अपना अलग मकाम बनाया है। भारत सरकार ने सिनेमा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए साल 2003 में पद्म श्री और साल 2010 में पद्म भूषण से सम्मानित कर चुकी है। Read More
तरण आदर्श ने इस फिल्म को ‘निराशाजनक’ बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, “आमिर खान की वापसी की गाड़ी लाल सिंह चड्ढा का ईंधन बीच में ही खत्म हो गया। फिल्म में रोमांचित करने वाली पटकथा का अभाव है। ...
11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा के बहिष्कार की अपील सोशल मीडिया पर जोर शोर से की जी रही है। फिल्मों के बहिष्कार के बढ़ते चलन पर अनुराग कश्यप का कहना है कि यह उन लोगों को प्रभावित कर रहा है जिन्होंने अतीत ...
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने कहा कि भारत जैसे आजाद देश में फिल्मों का बहिष्कार करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि एक उद्योग के तौर पर सिनेमा भी राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है। ...
क्या फिल्म में युवा आमिर खान की भूमिका निभाने के लिए लाल सिंह चड्ढा की टीम ने गिप्पी ग्रेवाल से उनके बेटे के लिए संपर्क किया था? जानिए क्या कारण है कि गायक ने इसके लिए मना कर दिया। ...
आमिर ने अपने बचपन के बारे में बात करते हुए कहा कि जब उनका परिवार कर्ज में डूबा हुआ था और आठ साल से मुश्किलों का सामना कर रहा था, फीस भरने में हमेशा देरी हो जाती थी। ...
लाल सिंह चड्डा फिल्म को रिलीज होने में बेहद कम दिन बाकी हैं। इसे लेकर काफी चर्चा है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे बायकॉट करने की भी मुहिम चला रहे हैं। इन सबके बीच फिल्म को लेकर अन्नू कपूर का बयान सभी को हैरान कर रहा है। ...
बॉलीवुड के खिलाड़ी स्टार अक्षय कुमार ने इंदौर में अपनी फिल्म के प्रमोशन के दौरान कहा कि वह फिल्म इंडस्ट्री में किसी भी तरह के प्रोफेशनल प्रतियोगिता से दूर रहते हुए केवल अपने काम पर ध्यान देते हैं। उन्हें नंबर का रेस किसी घुड़दौड़ की तरह लगता है। ...