बीजेपी का सियासी आक्रमण तो दूर, आमजन और किसान संगठनों को यह समझाना भारी पड़ रहा है कि यह उनके हित में है, जबकि इससे पहले किसानों की समस्याओं को लेकर बीजेपी प्रदेश सरकार को बार-बार घेर रही थी. ...
प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार कसम तो किसानों की खाते हैं, लेकिन फायदा बिचौलियों को पहुंचाते हैं. बिहार को प्रधानमंत्री मोदी, सुशील मोदी और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार बर्बाद कर दिया है. ...
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने एक दीर्घकालीन रणनीति बनाई ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके। इसीलिए 3 बिल आए। किसान अपनी उपज को कहीं भी बेच सकता है। कांग्रेस को क्या आपत्ति है। ...
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्रम सुधार विधेयकों पर को मजदूर वर्ग पर हमला बताया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यही शासन है जहां गरीबों का शोषण होता है। ...
भाजपा नेता शैलेन्द्र सिंह, अजय चटर्जी, राजदीप गुहा और सजल रॉय तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। भट्टाचार्य ने कहा कि सिंह भाजपा की ट्रेड यूनियन इकाई भारतीय मजदूर संघ के कद्दावर नेता रहे हैं वहीं खड़गपुर शहर के कई वार्डों में गुहा को व्यापक जन समर्थन हा ...
अध्यादेश को क़ानून बनाने के लिया सदन में जो प्रक्रिया अपनायी गयी उसके तहत ना तो ये विधेयक ध्वनि मत से पारित हुए और न ही मत विभाजन के ज़रिये। विपक्ष ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि असंवैधानिक तरीके से कथित पारित हुए विधेयकों पर वे अपने हस्ताक्षर कर स्वीक ...
चार दिन पहले ही नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पोस्टर लगा था. लेकिन अब हूबहू निगेटिव पोस्टर लगाया गया है. लगाने वादे का कोई चर्चा पोस्टर पर नहीं है. आज सुबह-सुबह पटना की सड़कों पर नजारा बिल्कुल ...
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मैं किसी भी कार्यक्रम में (मास्क) नहीं पहनता। इसमें क्या होता है?" गृह मंत्री से जब पूछा गया कि क्या वह किसी विशेष कारण से मास्क नहीं पहनते, तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि वह इसे पहनते ही नहीं हैं। ...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर अपने प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं. लगता है कि नीतीश कुमार हार मान चुके हैं, हताश हो चुके हैं बेचारे. इस दौरान उन्होंने 2015 के चुनाव में डीएनए प्रकरण और बाल नाखून कटाने की बात भी याद दिलाई. ...
विरोध प्रदर्शन कर रहे सांसद अपने हाथों में तख्तियां लिये हुए थे जिन पर ‘किसानों को बचाओ, मजदूरों को बचाओ, लोकतंत्र को बचाओ’ जैसे नारे लिखे थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिभा से भीमराव आंबेडकर की ...