Bihar assembly elections 2020: तेजस्वी यादव ने पीएम और सीएम पर बोला हमला, नीतीश कुमार हार माने, हताश हो चुके हैं बेचारे
By एस पी सिन्हा | Published: September 23, 2020 03:44 PM2020-09-23T15:44:58+5:302020-09-23T15:44:58+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर अपने प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं. लगता है कि नीतीश कुमार हार मान चुके हैं, हताश हो चुके हैं बेचारे. इस दौरान उन्होंने 2015 के चुनाव में डीएनए प्रकरण और बाल नाखून कटाने की बात भी याद दिलाई.
पटनाः बिहार में चुनावी गहमागहमी के बीच अब सियासी दलों में खुला मोर्चा खोल दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर अपने प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं. लगता है कि नीतीश कुमार हार मान चुके हैं, हताश हो चुके हैं बेचारे. इस दौरान उन्होंने 2015 के चुनाव में डीएनए प्रकरण और बाल नाखून कटाने की बात भी याद दिलाई.
तेजस्वी ने कहा कि इस पर चुनाव का सिंबल नहीं है. यह सरासर यह सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं. इसके साथ तेजस्वी ने ऐलान किया है कि राजद 25 सितंबर को कृषि बिल के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी. तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के बयानों को लेकर उनके साथ पटना में पोस्टर लगा रहे हैं.
इसका भी पोस्टर लगाना चाहिए था कि वह कैसे सामने से थाली छिन लिए और डीएनए का रिपोर्ट क्या आया है? तेजस्वी यादव ने गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस पर कहा कि एक व्यक्ति विशेष के विषय पर चर्चा करना समय की बर्बादी है. कोई एक बार वीआरएस ले, कोई चार्जशीटेड हो तो मुझे क्या कहना है.
यादव ने कहा कि बिहार के बेरोजगारों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के बेरोजगारों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है. बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी बेरोजगारी का मजाक उड़ा रहे हैं. कहते हैं कि बिहारी मौज मस्ती करने के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं. ऐसे बयानों से आप समझ सकते हैं कि सरकार कितनी गंभीर हैं. लेकिन हम तो बेरोजगार मजदूर और किसानों के लिए लडते रहेंगे. मद्दे से भटकने वाले को हम खिंचकर मुद्दे पर लाएंगे.
तेजस्वी यादव ने आज कृषि बिल के खिलाफ केन्द्र सरकार को जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि कृषि बिल पूरी तरीके से किसान विरोधी है. ये विधेयक कालाबाजारी के लिए लाया गया है और कृषि उत्पादकों को ऊंचे दाम पर बेचा जाएगा. इससे बिचौलियों को लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि किसानों की जो क्षति होगी वह कंपनी अपने ऊपर नहीं लेगा.
नुकसान किसानों को भी झेलना पडे़गा
इसका नुकसान किसानों को भी झेलना पडे़गा. जो देश का पेट पाल रहा है जो मोदी जी का पेट पाल रहा उसके खिलाफ ये बिल हम नहीं आने देंगे. तेजस्वी यादव ने सरकार से मांग की है कि इस बिल को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि जब किसान अपने जिले में ही अनाज बेच नहीं पा रहे हैं दूसरे शहरों की क्या बात की जाए.
तेजस्वी यादव ने कहा कि अन्नदाता को फंडदाताओं की कठपुतली बनाया जा रहा है. इसके विरोध में कई राज्यों में आंदोलन चल रहा है. बिहार में 75 प्रतिशत किसान है. यह मान चुके हैं कि ये केंद्र सरकार पूंजीपतियों की सरकार है.
उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों का बुरा हाल है. बिहार में मक्का का एमएसपी 1850 है, लेकिन किसानों को 1100 रुपए प्रति क्विंटल बेचना पड़ता है. इससे किसानों को नुकसान होता है. बिल में बताया गया है कि बडे़ कारोबारी किसानों से खरीदेंगे. लेकिन किसान कैसे मोलभाव करेंगे वह तो सामर्थ्य नहीं है.
राजद शुरू से किसान और बेरोजगार और मजदूरों के साथ खड़ी है
तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद शुरू से किसान और बेरोजगार और मजदूरों के साथ खड़ी है. किसानों की एमएसपी को केंद्र सरकार ने हटा दिया है. केंद्र सरकार रेलवे और एयर इंडिया को निजी हाथों में सौपा जा रहा है. कृषि सेक्टर को भी प्राइवेटाइज किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में किसानों का बुरा हाल किया है. लेकिन उनको बोलना चाहिए कि किसानों का क्यों बुरा हाल है?
सिर्फ सरकारी खर्चे से पोस्टर लगा देने से काम नहीं चलेगा. इसका जवाब देना होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि जितने भी गैर बिहारी हैं, वो अभी बिहार बिहार बिहार कर रहे हैं. चुनाव का समय है तो बिहार की बात करेंगे, लेकिन आज तक बिहार को विशेष राज्य दर्जा नहीं दिला पाए.
उन्होंने कहा कि किसी से ये छिपा है को 2015 में बाल और नाखून क्यों कटवाया गया था? जिस व्यक्ति ने 2010 में थाली खींच लिया था, वही आज पोस्टर लगवा रहे हैं. यह सरकारी पैसे का दुरुपयोग है. यह भी बता देना चाहिए कि पोस्टर में डीएनए पर सवाल उठाया गया था. जांच रिपोर्ट का क्या हुआ? डीएनए ठीक है ना?
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारा संघर्ष ही गरीबों के लिए है और गरीब किसान, महंगाई, बेरोजगारी इसके लिए हमने हमेशा से लड़ाई लड़ी है आगे भी लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार को ठगा गया है देश को ठगा गया है. इस दौरान तेजस्वी यादव अपने सहयोगी दलों को लेकर बोलने से बचते रहे. यही नहीं कुशवाहा को लेकर सब सवाल किया गया तो तेजस्वी कुछ भी बोलने से बचते दिखे.