9 अक्टूबर: शरद पूर्णिमा पर धन की देवी मां को ऐसे करें प्रसन्न, पैसों से भरी रहेगी आपकी जेब
By संदीप दाहिमा | Updated: October 9, 2022 06:47 IST2022-10-09T06:47:55+5:302022-10-09T06:47:55+5:30

शरद पूर्णिमा 2022 पर आज के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को उनकी प्रिय वस्तु जैसे मखाना, सिंघाड़ा, कमल का फूल, पान के पत्ते, सुपारी, इलायची और सफेद कौड़ी आदि अर्पित करें, ऐसा करने से आपको मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होगा, आपके घर धन-धान्य के भंडार सदा भरे रहेंगे।

शरद पूर्णिमा की शाम को तुलसी माता के समक्ष दीपक जलाना चाहिए और तुलसी माता के साथ-साथ भगवान विष्णु जी का भी स्मरण करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में आने वाली सभी तरह आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं।

हिन्दू पंचांग के अनुसार, आश्विन पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। हिन्दू धर्म में इस तिथि का विशेष महत्व है। शरद पूर्णिमा की रात को खीर बनाई जाती है और खीर को खाने से पहले चंद्रमा की रोशनी में रखा जाता है।

शरद पूर्णिमा के दिन कोजागर पूजा का विधान है। इसमें मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। कोजागर पूजा का पर्व पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उड़ीसा में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह तिथि ऋतु परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण मना जाती है। शरद पू्र्णिमा से ही सर्दियों की शुरूआत हो जाती है।

शरद पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त- पूर्णिमा तिथि शुरू - 9 अक्टूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 41 मिनट से, पूर्णिमा तिथि समाप्त - 10 अक्टूबर 2022 को सुबह 02 बजकर 25 मिनट पर

सुबह जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी, जलकुंड में स्नान ध्यान करना चाहिए। अगर ऐसा संभव न हो पाए तो आप नहाने के जल में थोड़ा गंगाजल डालकर नहा सकते हैं। अब पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध कर उसमें एक चौकी रखें और चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं। इस चौकी पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित करें। मां को धूप, दीप, नैवेद्य और सुपारी आदि अर्पित करें। इसके बाद लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। शाम को भगवान विष्णु जी की भी पूजा करें और तुलसी के समक्ष दीपक जलाएं। चंद्र देव को अर्घ्य दें। खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखें। कुछ घंटों के बाद उस खीर को प्रसाद के रूप बांटें और स्वयं भी ग्रहण करें।

















