गुरु पर्व पर रोशनी से जगमगाया गोल्डन टेम्पल, देखें खूबसूरत तस्वीरें
By धीरज पाल | Updated: November 23, 2018 18:22 IST2018-11-23T18:22:00+5:302018-11-23T18:22:00+5:30

देशभर में आज गुरु नानक देव की जयंती मनाई जा रही है।कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु पर्व मनाया जाता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही सिक्खों के गुरु, गुरु नानक देव जी ने संवत् 1526 में अवतरण लिया था।

इस मौके पर अमृतसर में स्थित गोल्डन टेम्पल रोशनी से जगमगा गया है। भारी संख्या श्रद्धालु स्वर्ण मंदीर में लोग पूजा-अर्चना करने पहुंचे।

इस दिन को पूरा सिक्ख समुदाय उत्साह और उल्लास से मनाता है। बहुत से लोग इसे प्रकाश पर्व के नाम से भी जानते हैं।

कुछ लोग गुरु नानक देव का जन्म 15 अप्रैल 1469 को हुआ। गुरु नानक देव ने ही सिक्ख धर्म की स्थापना की थी। बचपन से ही गुरु नानक देव ने अपने व्यक्तिव में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्म-सुधारक, समाजसुधारक जैसे गुण थे।

बचपन में ही उन्होंने कई चमत्कारी चीजें की जिसे देखकर गांव के लोगों ने उन्हें दिव्य व्यक्तित्व वाला मानने लगे।

गुरु नानक कहा करते थे कि ईश्वर की उपासना हिंदू-मुस्लमान दोनों के लिए है। मूर्तिपूजा, बहुदेवोपासना को गुरु नानक जी सही नहीं समझते थे। उस वक्त गुरु नानक की बात का प्रभाव भी लोगों पर बखूबी पड़ता था।

बताया जाता है कि एक बार नानक के पिता जी ने उन्हें 20 रुपये दिये और कहा जाओ इससे सच्चा सौदा करके आओ। गुरु नानक जी ने उस 20 रुपये से साधु-संतों को भोजन करवा दिया।


उन्होंने देश से बुराई खत्म करने के लिए कई यात्राएं की जिसमें लोगों को शिक्षित भी किया।

















