इसलिए अयोध्या में राम मंदिर बनेगा खास, अनोखी तकनीक का होगा इस्तेमाल, देखें तस्वीरें

By संदीप दाहिमा | Updated: July 28, 2020 12:49 IST2020-07-28T12:49:05+5:302020-07-28T12:49:05+5:30

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उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर कई मायनों में अनूठा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को भूमिपूजन करने अयोध्या आएंगे।

मंदिर का निर्माण मोदी के हाथों भूमिपूजन होने के बाद शुरू होगा, मंदिर के निर्माण के लिए अनोखी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।

सोमपुरा 30 वर्षों से राम मंदिर कार्यशाला के पर्यवेक्षक हैं, अयोध्या में बड़ी संख्या में पत्थर रखे हुए हैं, इसके अलावा राजस्थान से भी पत्थर लाए जाएंगे।

सोमपुरा ने बताया कि राजस्थान से लाए गए पत्थरों को उचित आकार देने का काम अयोध्या में किया जाएगा। मंदिर के निर्माण में पत्थरों के अलावा, तांबा, लकड़ी और सफेद सीमेंट का उपयोग किया जाएगा। हालांकि, लौह और इस्पात का उपयोग नहीं किया जाएगा।

राजस्थान से लाए गए पत्थरों को विशेष मशीनरी का उपयोग करके अयोध्या में आकार दिया जाएगा। यह कार्य भूमिपूजन के बाद शुरू किया जाएगा।

हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि मंदिर के निर्माण में पत्थरों का उपयोग किया जाएगा ताकि इसे लंबे समय तक मजबूत बनाया जा सके।

मंदिर के निर्माण के लिए भक्तों द्वारा दान किए गए सोने, चांदी और तांबे का इस्तेमाल नींव रखने के लिए किया जाएगा।

5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के लिए रवाना होंगे। उनके हाथों भूमिपूजन किया जाएगा। उसके बाद राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कई केंद्रीय मंत्री और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 5 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे।